जबलपुर। गोटेगांव से एक किसान द्वारा आत्महत्या करना का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि गोटेगांव की कृषि उपज मंडी के पल्लेदारों और कर्मचारियों द्वारा किसी बात पर किसान से झगड़ा हुआ था. जिस पर पल्लेदारों और कर्मचारियों ने किसान के साथ जमकर मारपीट. किसान इस मारपीट से इतना आहत हो गया कि उसने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली.
किसान के परिजनों ने उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया जहां दो इलाज चलने के बाद उसने दम तोड़ दिया. किसान ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें उसने जिसमें मंडी के अधिकारियों एवं एक दलाल द्वारा उसके नाम से फर्जी चना खरीदी करने का जिक्र किया है.
पुष्पेंद्र कृषि उपज मंडी में गेहूं बेचने के लिए गया था, लेकिन वहां सुरेंद्र नामक एक युवक ने उससे चना खरीदने की बात कही जिस पर पुष्पेंद्र ने चार हजार रूपए प्रति क्विंटल में चना बेचने की बात तय की. इसके बाद जब उसे रसीद मिली तो उसमें बेचे गए चने की मात्रा से ज्यादा की रसीद पकड़ा दी गई. पुष्पेंद्र ने इसका विरोध किया तो कर्मचारियों एवं पल्लेदारों ने उससे बदतमीजी की. पुष्पेंद्र ने धोखाधड़ी की शिकायत अधिकारियों से की तो उन्होंने उसे ही दोषी ठहराते हुए उसके साथ मारपीट की. इस घटना से आहत होकर उसने आत्महत्या करने का कदम उठाया.