जबलपुर। मध्य प्रदेश में नकली रेमडेसिविर की खरीद-फरोख्त में शामिल जबलपुर के सिटी अस्पताल संचालक सरबजीत सिंह मोखा (sarabjit singh mokha) की 3 दिन की पुलिस रिमांड शनिवार को खत्म हो गई है. अब सरबजीत सिंह मोखा को जेल भेजा जा रहा है. एसआईटी (SIT) आज मेडिकल जांच के लिए सरबजीत को जिला अस्पताल लेकर आई, जहां उसकी उसकी जेल भेजने से पहले मेडिकल जांच हुई है.
- सवालों से भागता आरोपी sarabjit
3 दिन की पुलिस रिमांड में रहे सरबजीत सिंह मोखा (sarabjit singh mokha) को शनिवार को जब जिला अस्पताल लाया गया तो उस दौरान मीडिया ने उनसे बात करने की कोशिश की, लेकिन सरबजीत ने किसी भी प्रकार के बयान देने से इंकार कर दिया और पूरी तरह से चुप्पी साधी रखी.
- सरबजीत पर लगे आरोप
सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत पर नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन (Fake remdesivir injection) खरीदने का आरोप लगा है. आरोपी ने अपने ही अस्पताल में भर्ती 171 मरीजों को 209 नकली रेमडेसिविर लगाने का आरोप लगा है. मोखा ने अपने करीबियों से 500 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मंगवाए थे और इसम मामले में मुख्य आरोपी सरबजीत साथ उनका बेटा और पत्नी भी शामिल थे जो कि अब जेल में सजा काट रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, 3 दिन की पुलिस रिमांड में सरबजीत ने एसआईटी को नकली इंजेक्शन से जुड़े मामले में कई बातें बताई हैं. हालांकि पुलिस ने अभी तक मोखा के द्वारा दिए गए बयानों का खुलासा नहीं किया है.