जबलपुर। भारतीय सेना को सबसे ज्यादा तादाद में गोला बारूद की सप्लाई करने वाली आयुध निर्माणी खमरिया गुणवत्ता कटघरे में आ गई है. जहां हैंड ग्रेनेड के फ्यूज टेस्टिंग में ही फेल हो गए. जिसके बाद मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स के अधिकारियों की टीम ने परीक्षण किया तो, 13 में से 9 लाट गुणवत्ता में खरे नहीं उतरे. फैक्ट्री प्रबंधन में हड़कंप मचा हुआ है.
सूत्रों के अनुसार बारिश के दिनों में लापरवाही के कारण मटेरियल की क्वालिटी खराब हो गई है. इस मामले में फैक्ट्री प्रबंधक कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं. वहीं कर्मचारी नेता अरुण दुबे ने इसके लिए प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है और फैक्ट्री प्रबंधन पर अपनी नाकामी कर्मचारियों पर थोपने का आरोप लगाया है.
दरअसल, हैंड ग्रेनेड के 13 लॉट की सप्लाई बीएसएफ को की जानी थी, लेकिन इनमें से 9 लॉट सही तरह से काम नहीं कर पाए. जिसके बाद हैंड ग्रेनेड को डिस्पैच करने की प्रक्रिया रोक दी गई है.