जबलपुर। वैसे तो कहने को जबलपुर का नाम संस्कारधानी है पर अगर बात की जाए यहां पर संस्कारों की तो वह बिल्कुल भी देखने को नहीं मिल रहे हैं. ताजा मामला मेडिकल कॉलेज का है, जहां पर कि एक नवविवाहिता के शव को पाने के लिए परिजनों को सुबह से लेकर शाम तक का इंतजार करना पड़ा.
इतना ही नहीं परिजन प्रशासन और मेडिकल के अधिकारियों से शव पाने की गुहार करते करते थक गए पर किसी का दिल नहीं पसीजा. परिजनों को शव ना मिल पाने की वजह प्रशासनिक अधिकारियों का पोस्टमार्टम के समय उपस्थित ना होना बताया जा रहा है.
2 दिन पहले बिजोरी गांव की रहने वाली एक नवविवाहिता को प्रसव पीड़ा के चलते मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था. जहां शुक्रवार सुबह 5 बजे करीब उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. नवविवाहिता की मौत होने के बाद परिजन चाह रहे थे कि शव उन्हें सौंप दिया जाए.
चू्ंकि मामला नवविवाहिता की मौत से जुड़ा हुआ मामला है, लिहाजा ऐसे में पोस्टमार्टम के समय तहसीलदार या फिर एसडीएम को मौके पर उपस्थित होकर बयान दर्ज करना अनिवार्य रहता है, लेकिन सुबह से लेकर शाम हो गई ना ही अधिकारी मेडिकल कॉलेज पहुंचे और ना ही नवविवाहिता का पोस्टमार्टम हो पाया.
इधर पुलिस का कहना है कि वह लगातार प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं और उनके आने के बाद ही पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
धार्मिक ड्यूटी में लगे हुए हैं एसडीएम और तहसीलदार
पुलिस की सूचना के बाद भी जब प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे, तो जानकारी ली गई, तब पता चला कि एसडीएम और तहसीलदार की ड्यूटी पनागर में होने वाले ईद उल मिलाद उन नबी कि ड्यूटी में लगी हुई है. ऐसे में जब यह कार्यक्रम समाप्त हो जाएगा, तब ही प्रशासनिक अधिकारी मेडिकल कॉलेज पहुंचेंगे और पोस्टमार्टम हो सकेगा.
फिलहाल सुबह से लेकर शाम हो गई और परिजन पुलिस प्रशासनिक अधिकारी का ही इंतजार करते रहे. ऐसे में कहा जा सकता है कि अब नवविवाहिता का पोस्टमार्टम शनिवार की सुबह ही हो पाएगा.