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इस साल पूरा हो जाएगा इलेक्ट्रिफिकेशन का काम, बढ़ेगी ट्रेनों की रफ्तार

ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए रेलवे लगातार काम कर रहा है. जबलपुर मंडल में केवल कटनी से सतना को छोड़कर बाकी सब जगहों पर इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा हो चुका है.

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रेलवे ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास
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Published : Jan 28, 2020, 10:48 AM IST

Updated : Jan 28, 2020, 2:44 PM IST

जबलपुर। पश्चिम मध्य रेलवे में ट्रेनों की स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटा है. रेलवे का लक्ष्य है कि इस साल इस स्पीड को 130 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ाया जाएगा. हालांकि इतनी स्पीड होने के बाद अभी भी ट्रेनें समय पर नहीं पहुंच पाती हैं. जबलपुर मंडल में केवल कटनी से सतना के बीच कुछ जगहों पर इलेक्ट्रिफिकेशन का काम अधूरा है, बाकी सब जगहों पर इसका काम पूरा हो चुका है.

रेलवे ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत

इलेक्ट्रिफिकेशन के काम को लकेर डब्ल्यूसीआर के अधिकारियों का कहना है कि इस साल ये काम पूरा हो जाएगा. इससे न सिर्फ रेलगाड़ियों की स्पीड बढ़ेगी, बल्कि इंजन बदलने की परेशानी कम होगी और समय बचेगा. वहीं जबलपुर को रायपुर के लिए एक नई ट्रेन मिलेगी. जबलपुर-गोंदिया ब्रॉडगेज का काम भी जल्द ही पूरा हो सकेगा और मदन महल को टर्मिनल बनाने के काम में तेजी आएगी. हालांकि रेलवे के अधिकारी इस विषय में कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं.

जबलपुर। पश्चिम मध्य रेलवे में ट्रेनों की स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटा है. रेलवे का लक्ष्य है कि इस साल इस स्पीड को 130 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ाया जाएगा. हालांकि इतनी स्पीड होने के बाद अभी भी ट्रेनें समय पर नहीं पहुंच पाती हैं. जबलपुर मंडल में केवल कटनी से सतना के बीच कुछ जगहों पर इलेक्ट्रिफिकेशन का काम अधूरा है, बाकी सब जगहों पर इसका काम पूरा हो चुका है.

रेलवे ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत

इलेक्ट्रिफिकेशन के काम को लकेर डब्ल्यूसीआर के अधिकारियों का कहना है कि इस साल ये काम पूरा हो जाएगा. इससे न सिर्फ रेलगाड़ियों की स्पीड बढ़ेगी, बल्कि इंजन बदलने की परेशानी कम होगी और समय बचेगा. वहीं जबलपुर को रायपुर के लिए एक नई ट्रेन मिलेगी. जबलपुर-गोंदिया ब्रॉडगेज का काम भी जल्द ही पूरा हो सकेगा और मदन महल को टर्मिनल बनाने के काम में तेजी आएगी. हालांकि रेलवे के अधिकारी इस विषय में कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं.

Intro:बुलेट ट्रेन तो छोड़ो मात्र 110 की स्पीड पर चल रही हैं पश्चिम मध्य रेलवे की रेलगाड़ियां रेलवे अभी भी अपने लक्ष्य से बहुत दूर 130 किलोमीटर प्रति घंटा का लक्ष्य


Body:जबलपुर पश्चिम मध्य रेलवे मैं ट्रेनों की स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटा है पश्चिम मध्य रेलवे का लक्ष्य है कि इस साल इस स्पीड को 130 तक बढ़ाया जाए हालांकि इतनी स्पीड होने के बाद भी अभी भी ट्रेनें समय से नहीं पहुंच पाती

जबलपुर मंडल में केवल कटनी से सतना के बीच में कुछ जगहों पर इलेक्ट्रिफिकेशन का काम अधूरा है बाकी सब जगहों पर इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा हो चुका है डब्ल्यू सी आर के अधिकारियों का कहना है कि इस साल वे इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरी तरह निपटा लेंगे इससे ना सिर्फ रेलगाड़ियों की स्पीड बढ़ेगी बल्कि इंजन बदलने की परेशानी कम होगी और समय बचेगा

पहले रेल बजट अलग से आता था तो इसकी तैयारी भी अलग से की जाती थी बजट के पहले रेलवे की मांगे सरकार तक पहुंचती थी और बजट में इसकी घोषणा होती थी लेकिन अब सरकार ने रेल बजट खत्म कर दिया है इसलिए रेलवे अधिकारी इस पर खुलकर कुछ नहीं बता पाते हालाकी जबलपुर में बजट से बहुत उम्मीदें हैं जबलपुर को रायपुर के लिए एक नई ट्रेन मिलेगी जबलपुर गोंदिया ब्रॉडगेज का काम जल्दी पूरा हो सकेगा और मदन महल को टर्मिनल बनाने के काम में तेजी आएगी हालांकि रेलवे के अधिकारी इस विषय में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है




Conclusion:मोदी सरकार जब पहली बार चुनकर आई थी तो सबको बुलेट ट्रेन का सपना दिखाया गया था लेकिन मोदी सरकार दूसरी बार सत्ता में है और अब तक देश में एक भी बुलेट ट्रेन चालू नहीं हो पाई है बल्कि रेलगाड़ियों की स्पीड अभी भी बहुत कम है
byte प्रियंका सीपीआरओ पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर
Last Updated : Jan 28, 2020, 2:44 PM IST
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