जबलपुर। जिले में डेंगू का कहर जारी है, साथ ही आस-पास के जिले कटनी, सतना, नरसिंहपुर, सिवनी, दमोह में भी डेंगू के 10 से ज्यादा नए मरीज रोज अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं. सरकारी आंकड़ों के हिसाब से अब तक डेंगू के मरीजों की संख्या 220 तक पहुंच गई है.
वही डॉक्टरों का कहना है कि बीमारी के शुरूआती दौर में साधारण से लगने वाला बुखार गलत उपचार के कारण जानलेवा साबित हो सकता है. बीमारी के सीजन में कुछ ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं, जिनमें बुखार से पीड़ित मरीजों को डेंगू बताकर डराया जा रहा है और जिन मरीजों के शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या 1 लाख से ज्यादा है, उन्हें भी बीमारी के नाम पर डराया जा रहा है. वही नगर निगम भी लार्वा विनिष्टीकरण का अभियान चला रहा है और साथ ही जिन घरों में मच्छरों के लार्वा मिल रहे हैं, वहां जुर्माना भी लगाया जा रहा है.
डेंगू के लक्षण-
मांस पेशियों, जोड़ों व सिर में दर्द होना.
आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होना.
बहुत ज्यादा कमजोरी के साथ भूख न लगना.
जी मचलाना, मुंह का स्वाद खराब होना, गले में हल्का दर्द.
चेहरा, छाती, गर्दन पर लाल-गुलाबी रंग के रेशेज आना.
नाक व मसूड़ों से खून का रिसाव, शौच या उल्टी में खून आना.
साफ पानी में पैदा होता है डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर
चिकित्सकों का कहना है कि डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर साफ पानी में पैदा होते हैं और इसलिए घर व ऑफिस के आसपास कहीं भी साफ पानी जमा न होने दें. जहां पानी का जमाव रोकना मुश्किल हो, वहां केरोसिन या ऑयल डालकर लार्वा विनिष्टीकरण कर दें. इन दिनों मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है. लिहाजा घरों की खिड़की, दरवाजों में जाली लगवाकर उनसे बचा जा सकता है.
जांच केन्द्र वसूल रहे हैं 13 हजार रुपए प्रति यूनिट प्लेटलेट्स
निजी जांच केन्द्रों में प्रति यूनिट प्लेटलेट्स की कीमत 13 हजार रुपए से ज्यादा वसूली जा रही है, चिकित्सक डॉ अमित खरे ने बताया कि स्वस्थ शरीर में दो लाख तक प्लेटलेट्स होते हैं, जिसकी मौजूदगी से शरीर में रक्तस्त्राव को रोका जा सकता है, इनकी संख्या 1 लाख से कम होने पर डेंगू की आशंका बढ़ती है. ऐसा होने पर मरीज को अस्पताल में भर्ती कराना आवश्यक हो जाता है. प्लेटलेट्स खून का ही एक घटक है. इसकी अनुपलब्धता में मरीज को सीधे खून चढ़ाया जा सकता है. जिन मामलों में खून चढ़ाकर अथवा दवा से मरीज को राहत पहुंचाई जा सकती है, उन्हें भी हजारों रुपए कीमत के प्लेटलेट्स की सलाह दी जा रही है.