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ओएफके में पदस्थ कर्मचारी की मौत, अस्पताल में भर्ती होने के चंद घंटे बाद ही कर्मचारी ने तोड़ा दम

जबलपुर की आयुध निर्माणी में कार्यरत कर्मचारी को ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक आया, जिसके बाद इलाज के लिए उन्हें जबलपुर हॉस्पिटल में भर्ती किया गया. जहां भर्ती होते ही 2 घंटे के बाद कर्मचारी की मौत हो गई. इस पर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है.

OFK jabalpur
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Published : Dec 22, 2020, 10:46 AM IST

जबलपुर। शहर की आयुध निर्माणी खमरिया में कार्यरत कर्मचारी को ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक आने से उनकी मौत हो गई. बता दें, कर्मचारी को अटैक आने के बाद उन्हें इलाज के लिए जबलपुर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां दो घंटे बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. लखनलाल जो कि सेक्शन 6 अनुभाग में चार्जमैन के पद पर कार्यरत थे, ड्यूटी के दौरान उन्हें अचानक ही सीने में कुछ तकलीफ महसूस होने लगी, जिसके बाद उन्हें खमरिया चिकित्सालय में भर्ती किया गया, प्राथमिक जांच के तौर पर उनका ईसीजी एवं ब्लड शुगर की जांच की जो कि सामान्य पाया गया.

ओएफके अस्पताल में इलाज के बाद किया गया निजी अस्पताल रेफर

कर्मचारी को प्राथमिक इलाज के बाद ओएफके चिकित्सकों ने उन्हें कार्डियोलॉजिस्ट की सलाह लेने हेतु निजी अस्पताल जबलपुर अस्पताल में रेफर कर दिया, इस दौरान कर्मचारी खुद जबलपुर हॉस्पिटल पहुंचे और पैदल चलते हुए वार्ड तक गए, जहां चिकित्सकों ने उनकी जांच की और उन्हें स्टंट लगाने की सलाह दी.

जो व्यक्ति चलकर अकेला अस्प्ताल आया हो उसकी अचानक ही मौत हो जाती है ये किसी को समझ नही आ रहा है, जानकारी के मुताबिक लखन लाल की स्टंट लगाने के बाद लगभग 2 घंटे बाद ही अचानक मृत्यु हो गई. परिवार वालों ने आरोप लगाया कि स्टंट लगाने में डॉक्टरों के द्वारा लापरवाही की गई है. ओएफके लेबर यूनियन ने भी आरोप लगाते हुए कहा है कि लखन लाल व्यक्तिगत रूप से हमेशा स्वस्थ रहते थे वे रोजाना लगभग 13 किलोमीटर पैदल चलते थे.

शानदार खिलाड़ी थे मृतक लखन लाल

आयुध निर्माणी खमरिया में पदस्थ लखन लाल एक बडे खिलाड़ी थे, वो प्रतिवर्ष ऑल इंडिया खेलकर 25 किलोमीटर की दौड़ में प्रथम स्थान पाते थे. कर्मचारियों का कहना है कि जब वो खुद चलकर अस्पताल पहुंचते हैं और कुछ देर बाद ही अचानक उनकी मृत्यु हो जाती है तो ये संदेहास्पद है. यूनियन इस पर अस्पताल के खिलाफ विरोध दर्ज करती है साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग करती है.

जबलपुर। शहर की आयुध निर्माणी खमरिया में कार्यरत कर्मचारी को ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक आने से उनकी मौत हो गई. बता दें, कर्मचारी को अटैक आने के बाद उन्हें इलाज के लिए जबलपुर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां दो घंटे बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. लखनलाल जो कि सेक्शन 6 अनुभाग में चार्जमैन के पद पर कार्यरत थे, ड्यूटी के दौरान उन्हें अचानक ही सीने में कुछ तकलीफ महसूस होने लगी, जिसके बाद उन्हें खमरिया चिकित्सालय में भर्ती किया गया, प्राथमिक जांच के तौर पर उनका ईसीजी एवं ब्लड शुगर की जांच की जो कि सामान्य पाया गया.

ओएफके अस्पताल में इलाज के बाद किया गया निजी अस्पताल रेफर

कर्मचारी को प्राथमिक इलाज के बाद ओएफके चिकित्सकों ने उन्हें कार्डियोलॉजिस्ट की सलाह लेने हेतु निजी अस्पताल जबलपुर अस्पताल में रेफर कर दिया, इस दौरान कर्मचारी खुद जबलपुर हॉस्पिटल पहुंचे और पैदल चलते हुए वार्ड तक गए, जहां चिकित्सकों ने उनकी जांच की और उन्हें स्टंट लगाने की सलाह दी.

जो व्यक्ति चलकर अकेला अस्प्ताल आया हो उसकी अचानक ही मौत हो जाती है ये किसी को समझ नही आ रहा है, जानकारी के मुताबिक लखन लाल की स्टंट लगाने के बाद लगभग 2 घंटे बाद ही अचानक मृत्यु हो गई. परिवार वालों ने आरोप लगाया कि स्टंट लगाने में डॉक्टरों के द्वारा लापरवाही की गई है. ओएफके लेबर यूनियन ने भी आरोप लगाते हुए कहा है कि लखन लाल व्यक्तिगत रूप से हमेशा स्वस्थ रहते थे वे रोजाना लगभग 13 किलोमीटर पैदल चलते थे.

शानदार खिलाड़ी थे मृतक लखन लाल

आयुध निर्माणी खमरिया में पदस्थ लखन लाल एक बडे खिलाड़ी थे, वो प्रतिवर्ष ऑल इंडिया खेलकर 25 किलोमीटर की दौड़ में प्रथम स्थान पाते थे. कर्मचारियों का कहना है कि जब वो खुद चलकर अस्पताल पहुंचते हैं और कुछ देर बाद ही अचानक उनकी मृत्यु हो जाती है तो ये संदेहास्पद है. यूनियन इस पर अस्पताल के खिलाफ विरोध दर्ज करती है साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग करती है.

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