जबलपुर। लॉकडाउन खुलते ही शहर में अपराध के मामले सामने आए हैं. बीते 15 दिनों में सात लोगों की हत्या हुई है, 12 चोरी की घटनाएं हुई हैं, पांच लूट की वारदात और दो दर्जन से ज्यादा सड़क हादसे हो चुके हैं. इसके अलावा कई छोटे-मोटे मामले सामने आए हैं.
पुलिस के लिए चुनौती बने कुख्यात अपराधी
कोरोना संकट काल के बीच लोगों की मदद में जुटी पुलिस के लिए अपराधी अब एक बहुत बड़ी चुनौती बन गए हैं. लॉकडाउन खुलने के बाद अपराधी भी बेखौफ हो गए हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शहर में पिछले एक पखवाड़े में अपराधों की संख्या में बेतहाशा इजाफा हुआ है.
अनलॉक के दौरान शहर में लूट, हत्या, दुष्कर्म, छेड़छाड़ और चोरी जैसी तमाम घटनाओं को अपराधी अंजाम दे रहे हैं. हालात ये बन गए हैं कि बीते एक पखवाड़े में शहर में सात लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है. शराब तस्करी और पुरानी रंजिश के चलते हत्या की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है.
महिलाएं भी हर रोज अपराधियों का शिकार हो रही हैं, लॉकडाउन की सख्ती के बाद लोगों को जब राहत मिली तो चोर और लुटेरे भी सक्रिय हो गए. शहर के लगभग हर थाने में चोरी के लगभग 12 प्रकरण दर्ज किए गए हैं. वहीं लूट के पांच मामले सामने आ चुके हैंं. इसके साथ ही आत्महत्या और सड़क हादसों में भी हुई मौतों का आंकड़ा बढ़ा है.
इधर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अनलॉक में भले ही अपराध हो रहे हैं. लेकिन वारदातों की गुत्थी भी पुलिस ने जल्द सुलझाए हैं और अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है. एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा का कहना है कि अब शहर में अपराधियों के खिलाफ एक अभियान चलाया जाएगा और कुख्यात अपराधियों पर विशेष नजर रखी जाएगी.