जबलपुर। जल संसाधन और नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के कार्यों के लिए समीक्षा बैठक का आयोजन 5 मई यानि शुक्रवार को किया गया. आयोजित की गई बैठक में कलेक्टर भरत यादव ने लॉकडाउन की वजह से सिंचाई परियोजनाओं और नहरों के निर्माण के रूके हुए सभी कार्यों को शीघ प्रारंभ करने के निर्देश जारी किए हैं.
बारिश में बांधों और नहरों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में बुलाई गई इस बैठक में कलेक्टर भरत यादव ने अधिकारियों को वर्षाकाल प्रारंभ होने के पहले बांधों और नहरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की हिदायत दी है. बारिश के मौसम के दौरान भी बांधों और नहरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि जिन क्षेत्रों में सिंचाई के साधन नहीं है, वहां बांध और नहरों से अधिक से अधिक लिफ्ट इरिगेशन के प्रस्ताव तैयार किए जायें. उन्होंने कहा कि अगर जमीन के ओनरशिप को लेकर सिंचाई परियोजनाओं का काम रूका हुआ है, तो ऐसे मामलों में राजस्व और वन विभाग से समन्वय स्थापित कर उनका शीघ्र निराकरण किया जाये, लेकिन सिर्फ इसकी वजह से किसी भी परियोजना का काम नहीं रुके. इस पर अधिकारियों को विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है.
कलेक्टर ने नहरों की सफाई, संधारण, मरम्मत और रेन कट फिलिंग के कार्य पंचायत और जल उपभोक्ता संस्थाओं के माध्यम से कराने पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि इन कार्यों को मनरेगा योजना से भी कराया जा सकता है. इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को जिला पंचायत को जल्द से जल्द प्रस्ताव भेजने को कहा गया है.
कलेक्टर ने सिंचाई परियोजनाओं, नहरों के निर्माण और मरम्मत के कार्यों में रेत की आवश्यकता से संबंधित मांग पत्र खनिज अधिकारी को भेजने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने ड्रिप और स्प्रिंकलर विधि से सिंचाई करने, उद्यानिकी फसलों को लेने, किसानों को प्रोत्साहित किए जाने की आवश्यकता भी बैठक में बताई. बैठक में कार्यपालन अधिकारी हिरन जलसंसाधन आरएस शर्मा, कार्यपालन यंत्री नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण केके तलैया मौजूद रहे.