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केंद्रीय सुरक्षा संस्थानों के कर्मचारियों ने राकेश सिंह पर लगाए आरोप, जानिए पूरा मामला

केन्द्रीय सुरक्षा संस्थान के निजीकरण के खिलाफ कर्मचारी सड़कों पर उतर आए हैं. जबलपुर में मोदी सरकार और बीजेपी सासंद राकेश सिंह के खिलाफ कर्मचारियों का गुस्सा फूट गया. कर्मचारियों ने राकेश सिंह पर कई आरोप भी लगाए.

राकेश सिंह के खिलाफ फूटा कर्मचारियों का गुस्सा
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Published : Aug 12, 2019, 3:12 PM IST

जबलपुर। केंद्रीय सुरक्षा संस्थानों के निजीकरण के खिलाफ देशभर के कर्मचारी एक साथ आ गए हैं. रक्षा मंत्रालय की चार फैक्ट्रियां जबलपुर में भी हैं, जिनके कर्मचारियों को स्थानीय सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह से उम्मीद थी कि वे फैक्ट्रियों के निजीकरण का मुद्दा लोकसभा में रखेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

कर्मचारियों का गुस्सा तब और फूट गया जब राकेश सिंह ने बयान दिया कि केंद्र सरकार जो कुछ कर रही है, वह कर्मचारियों के हित में है और जो निर्णय होंगे, वह संस्थानों के हित में होंगे.

राकेश सिंह के खिलाफ फूटा कर्मचारियों का गुस्सा

कर्मचारियों ने राकेश सिंह पर लगाए आरोप

अब कर्मचारियों का कहना है कि अगर सुरक्षा संस्थान निजी हाथों में जाएंगे, तो सेना को दिए जाने वाला गोला-बारूद पूंजीपति ऊंची कीमत में डकैत या फिर आतंकवादी को भी दे सकेंगे. कर्मचारी नेता अरुण दुबे का कहना है कि सांसद राकेश सिंह से उन्हें बहुत उम्मीद थी, लेकिन वे सरकार के प्रतिनिधि हैं और जैसा सरकार चाहेगी वैसा ही सांसद महोदय बोलेंगे.

40 सुरक्षा संस्थान के कर्मचारी हड़ताल पर

अरुण दुबे ने कहा कि इस मामले में राकेश सिंह की चुप्पी बताती है कि राकेश सिंह कंपनियों के निजीकरण के लिए तैयार हैं. कर्मचारियों की 20 अगस्त से 1 माह तक चलने वाली हड़ताल सुनिश्चित हो चुकी है, जिसमें देशभर के 40 सुरक्षा संस्थान सहित सहयोगी कार्यालय भी सहमति दे चुके हैं.

जबलपुर। केंद्रीय सुरक्षा संस्थानों के निजीकरण के खिलाफ देशभर के कर्मचारी एक साथ आ गए हैं. रक्षा मंत्रालय की चार फैक्ट्रियां जबलपुर में भी हैं, जिनके कर्मचारियों को स्थानीय सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह से उम्मीद थी कि वे फैक्ट्रियों के निजीकरण का मुद्दा लोकसभा में रखेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

कर्मचारियों का गुस्सा तब और फूट गया जब राकेश सिंह ने बयान दिया कि केंद्र सरकार जो कुछ कर रही है, वह कर्मचारियों के हित में है और जो निर्णय होंगे, वह संस्थानों के हित में होंगे.

राकेश सिंह के खिलाफ फूटा कर्मचारियों का गुस्सा

कर्मचारियों ने राकेश सिंह पर लगाए आरोप

अब कर्मचारियों का कहना है कि अगर सुरक्षा संस्थान निजी हाथों में जाएंगे, तो सेना को दिए जाने वाला गोला-बारूद पूंजीपति ऊंची कीमत में डकैत या फिर आतंकवादी को भी दे सकेंगे. कर्मचारी नेता अरुण दुबे का कहना है कि सांसद राकेश सिंह से उन्हें बहुत उम्मीद थी, लेकिन वे सरकार के प्रतिनिधि हैं और जैसा सरकार चाहेगी वैसा ही सांसद महोदय बोलेंगे.

40 सुरक्षा संस्थान के कर्मचारी हड़ताल पर

अरुण दुबे ने कहा कि इस मामले में राकेश सिंह की चुप्पी बताती है कि राकेश सिंह कंपनियों के निजीकरण के लिए तैयार हैं. कर्मचारियों की 20 अगस्त से 1 माह तक चलने वाली हड़ताल सुनिश्चित हो चुकी है, जिसमें देशभर के 40 सुरक्षा संस्थान सहित सहयोगी कार्यालय भी सहमति दे चुके हैं.

Intro:जबलपुर
केंद्रीय सुरक्षा संस्थानों के निजी करण होने की लड़ाई देशभर के कर्मचारी एक साथ लड़ रहे हैं। जबलपुर में भी रक्षा मंत्रालय की चार फैक्ट्रियां हैं और इन फैक्ट्रियों के कर्मचारियों को सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह से उम्मीद थी की फैक्ट्रियों के निजीकरण ना होने की चर्चा रक्षा मंत्री और लोकसभा में वह रखेंगे।पर उनका यह बयान कि केंद्र सरकार जो कुछ कर रही है वह कर्मचारियों के हित में हैं और जो निर्णय होंगे वह संस्थानों के हित में होंगे।सांसद का यह बयान कर्मचारियों को ठेस पहुँचाया है।


Body: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की मानें तो केंद्रीय सुरक्षा संस्थानों के निजी करण होने से कर्मचारियों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होगी और ना ही उनकी नौकरी पर खतरा आएगा।इधर राकेश सिंह के बयान पर कर्मचारियों ने दुख जताया है।कर्मचारी नेता अरुण दुबे की मानें तो अगर सुरक्षा संस्थान निजी हाथों में जाएंगे तो पूंजीपति सेना को दिए जाने वाला गोला बारूद ऊंची कीमत में डकैत या फिर आतंकवादी को देंगे।सांसद राकेश सिंह पर कर्मचारी नेता ने कई आरोप लगाए हैं।


Conclusion:कर्मचारी नेता अरुण दुबे ने कहा कि सांसद राकेश सिंह से हमें बहुत उम्मीद थी।पर सांसद सरकार के प्रतिनिधि हैं और जैसा सरकार चाहेगी वैसा ही सांसद महोदय बोलेंगे। निजीकरण पर सांसद राकेश सिंह का टिप्पणी ना करना यह बताता है कि सरकार और सांसद निजी करण के लिए तैयार हैं। फिलहाल कर्मचारियों की 20 अगस्त से 1 माह की होने वाली हड़ताल सुनिश्चित हो चुकी है।हम आपको बता दें कि फैक्ट्रियों के निजीकरण को लेकर देश भर के 40 सुरक्षा संस्थान सहित सहयोगी कार्यालय ने भी हड़ताल में शामिल होने की सहमति दे दी है।
बाईट.1-राकेश सिंह......सांसद और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष
बाईट.2-अरुण दूबे....... कर्मचारी नेता
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