जबलपुर। गायब हुए बच्चों की लिस्ट पुलिस द्वारा थानावार तैयार की जा रही है. पुलिस गुमशुदा बच्चों के परिवार , रिश्तेदार, दोस्त आदि तक पहुंचकर उपयोगी जानकारी हासिल कर सामाजिक संस्था, स्कूल, छात्रावास, आश्रम, बाल संरक्षण गृह व अन्य संस्था जहां भी संभव हो गुमशुदा की जानकारी के लिए पूछताछ करेगी. संभवतः नए साल की शुरुआत के साथ जिले में इस अभियान प्रभावी रूप से शुरू किया जाएगा.
चरगवां थानांतर्गत धरमपुरा गावं से 11 साल पहले गायब हुई 16 वर्षीय किशोरी घर से अचानक गायब हो गई थी. किशोरी के गायब होने पर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं थी. लेकिन संयोग कहे या फिर पुलिस प्रशासन का काम. पूरे 11 साल बाद 16 वर्षीय किशोरी आगरा में भीख मांगकर गुजर-बसर करते हुए हाथ लगी है.
साल 2015 में ' ऑपरेशन स्माइल ' की शुरूआत की गई थी. जबलपुर पुलिस इस अभियान की तर्ज में नाबालिगों को ढूंढने का हरसंभव प्रयास करेगी
बरेला थाना क्षेत्र से 18 दिसम्बर 2020 को रहस्यमय तरीके से गायब हुई 3 साल की गुड़िया गोटी तालाब के पास पुलिस को लावरिश हालत में मिली. बच्ची अपने घर एवं परिजनों के संबंध में कुछ बता नहीं पा रही थी. पुलिस ने कुछ ही घंटो में बच्ची के परिजनों को तलाशते हुए पूर्ण सत्यापन के बाद बच्ची को परिजनों के सुपुर्द कर दिया. बच्ची को परिजनों तक पहुंचाने में डायल 100 के पुलिस कर्मियों की भूमिका अहम रही.
दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली 15 साल की लड़की को बहलाफुसलाकर क्षेत्र का शादीशुदा युवक भगाकर ले गया. नाबालिग को अपने साथ लेकर युवक शहर से भागने के प्रयास में था, लेकिन उसके पास रूपए नहीं थे. पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के साथ नाबालिग की दस्तयाबी में जुटी थी. आरोपी युवक ने रुपयों के लिए मां को फोन किया, लेकिन मां की जगह फोन रिसीव किया महिला सब इंस्पेक्टर ने. एसआई की बातों में उलझे आरोपी की लोकेशन मिलते ही घमापुर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करते हुए नाबालिग को दस्तयाब कर लिया है.