जबलपुर। सोशल मीडिया में वायरल एक ऑडियो ने जबलपुर की राजनीति में हलचल फैला दी है. इस ऑडियो की वजह से जबलपुर की ब्राह्मण एकता मंच के लोग एक साथ बड़ी तादाद में पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे. इन लोगों ने जबलपुर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप कर मांग की है कि इस ऑडियो को बनाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, नहीं तो ब्राह्मण एकता मंच ने आमरण अनशन करने की धमकी दी.
पूर्व मंत्री की आवाज का इस्तेमाल: दरअसल इस ऑडियो में एक फोन रिकॉर्डिंग का इस्तेमाल किया गया है. इस ऑडियो में धारा प्रवाह गालियों का इस्तेमाल किया गया है, लेकिन जिसने भी यह ऑडियो बनाया है. उसने जबलपुर के भारतीय जनता पार्टी के नेता और जबलपुर मध्य से पूर्व विधायक शरद जैन की आवाज की कॉपी की है. जिसे यह फोन लगाया गया था, उसने इसकी रिकॉर्डिंग की, उसे भी लगा कि उसे यह फोन शरद जैन ने लगाया है, लेकिन जब फोन रिसीव करने वाले शख्स ने फोन करने वाले से पूछा कि आप कौन बोल रहे हैं, तो उसने जबलपुर के एक कर्मचारी नेता योगेंद्र दुबे का नाम लिया.
कार्रवाई की मांग: जबलपुर नगर निगम के कर्मचारी नेता राम दुबे, योगेंद्र दुबे के समर्थन में उतरे और उन्होंने बड़ी तादाद में ब्राह्मण समाज के लोगों को ले जाकर जबलपुर पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि इस ऑडियो के जरिए न केवल शरद जैन की छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही, बल्कि योगेंद्र दुबे की छवि को भी धूमिल किया जा रहा है, इसलिए जिसने भी इस ऑडियो को बनाया है उसके खिलाफ और इसको वायरल करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
योगेंद्र दुबे की छवि खराब करने की मांग: योगेंद्र दुबे जबलपुर के ब्राह्मण समाज के नेता हैं. लंबे समय तक कर्मचारी आंदोलन से जुड़े रहे, इसलिए ऐसी चर्चा भी है कि वह किसी राजनीतिक दल के साथ जुड़कर चुनाव में भी खड़े हो सकते हैं. इसलिए ब्राह्मण समाज के लोगों का कहना है कि जानबूझकर योगेंद्र दुबे की छवि को धूमिल किया जा रहा है, ताकि वह चुनाव ना लड़ सके.