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चार नवंबर को पूरे प्रदेश में बीजेपी करेगी किसान आंदोलन- राकेश सिंह

मध्यप्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राकेश सिंह का कहना है कि चार नवंबर को किसानों के हित में आंदोलन करेगी. किसान आक्रोश आंदोलन में बिजली के बकाया बिल, फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा और किसान कर्जमाफी को लेकर सरकार के रवैये का विरोध करेगी.

प्रदेश में बीजेपी करेगी किसान आंदोलन
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Published : Oct 28, 2019, 3:43 AM IST

जबलपुर। झाबुआ उपचुनाव में कांग्रेस से मिली हार के बाद अब बीजेपी कमलनाथ सरकार को किसान कर्जमाफी के मुद्ददे पर घेरने की रणनीति बना रही है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का कहना है कि 4 नवंबर को प्रदेश में होने वाले किसान आक्रोश आंदोलन में बीजेपी बिजली के बकाया बिल, फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा और किसान कर्जमाफी को लेकर सरकार के रवैये का विरोध करेगी.

प्रदेश में बीजेपी करेगी किसान आंदोलन

राकेश सिंह का आरोप है कि कमलनाथ सरकार ने किसानों को कर्ज माफी का लॉलीपॉप देकर वोट मांगे थे, लेकिन सरकार में आने के बाद कर्ज माफी योजना का स्वरूप बदल दिया गया और कमलनाथ सरकार के मंत्री ही मान रहे है कि किसानों का कर्जमाफ नहीं हुआ है. राकेश सिंह ने कहा कि वो कमलनाथ जी जो पहले कहा करते थे कि हमने किसानों का कर्जमाफ कर दिया है वो आज कह रहे हैं कि हमने आंशिक रूप से किसानों का कर्जमाफ किया है.

राकेश सिंह का कहना है कि मध्यप्रदेश में बिजली बिलों को हाफ करने की बात कही गई थी, लेकिन इसके उल्ट हुआ और किसानों को लंबे चौड़े बिल थपा दिये गये. उन्होंने कहा कि बढ़े हुए बिजली बिलों की होली जलाएंगे. राकेश सिंह ने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल है और सीएम को इस बात को लेकर माफी मांगनी चाहिए.

भारत कृषक समाज के अध्यक्ष केके अग्रवाल का कहना है कि किसानों की समस्याएं केवल कर्ज माफी और बिजली बिल तक सीमित नहीं है बल्कि किसानों को गेहूं का बोनस नहीं मिला है. धान का पूरा पंजीयन नहीं हो पाया है और ऐसी ही कई छोटी-छोटी समस्याएं हैं. बीजेपी को यह आंदोलन बहुत पहले शुरू करना चाहिए था.

जबलपुर। झाबुआ उपचुनाव में कांग्रेस से मिली हार के बाद अब बीजेपी कमलनाथ सरकार को किसान कर्जमाफी के मुद्ददे पर घेरने की रणनीति बना रही है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का कहना है कि 4 नवंबर को प्रदेश में होने वाले किसान आक्रोश आंदोलन में बीजेपी बिजली के बकाया बिल, फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा और किसान कर्जमाफी को लेकर सरकार के रवैये का विरोध करेगी.

प्रदेश में बीजेपी करेगी किसान आंदोलन

राकेश सिंह का आरोप है कि कमलनाथ सरकार ने किसानों को कर्ज माफी का लॉलीपॉप देकर वोट मांगे थे, लेकिन सरकार में आने के बाद कर्ज माफी योजना का स्वरूप बदल दिया गया और कमलनाथ सरकार के मंत्री ही मान रहे है कि किसानों का कर्जमाफ नहीं हुआ है. राकेश सिंह ने कहा कि वो कमलनाथ जी जो पहले कहा करते थे कि हमने किसानों का कर्जमाफ कर दिया है वो आज कह रहे हैं कि हमने आंशिक रूप से किसानों का कर्जमाफ किया है.

राकेश सिंह का कहना है कि मध्यप्रदेश में बिजली बिलों को हाफ करने की बात कही गई थी, लेकिन इसके उल्ट हुआ और किसानों को लंबे चौड़े बिल थपा दिये गये. उन्होंने कहा कि बढ़े हुए बिजली बिलों की होली जलाएंगे. राकेश सिंह ने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल है और सीएम को इस बात को लेकर माफी मांगनी चाहिए.

भारत कृषक समाज के अध्यक्ष केके अग्रवाल का कहना है कि किसानों की समस्याएं केवल कर्ज माफी और बिजली बिल तक सीमित नहीं है बल्कि किसानों को गेहूं का बोनस नहीं मिला है. धान का पूरा पंजीयन नहीं हो पाया है और ऐसी ही कई छोटी-छोटी समस्याएं हैं. बीजेपी को यह आंदोलन बहुत पहले शुरू करना चाहिए था.

Intro:4 नवंबर से किसानों के हित में भारतीय जनता पार्टी करेगी आंदोलन किसान कर्ज माफी और बिजली बिल होगा मुद्दा किसान नेताओं का कहना कि लेट हो गई बीजेपीBody:जबलपुर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का कहना है कि 4 नवंबर से मध्य प्रदेश में किसानों के हित में आंदोलन चलाया जाएगा इसमें कमलनाथ सरकार की किसान विरोधी नीतियों का खुलासा किया जाएगा और किसान कर्ज माफी योजना का सच जनता के सामने लाया जाएगा राकेश सिंह का आरोप है की कमलनाथ सरकार ने किसानों को कर्ज माफी का लालच देकर कर वोट मांगे थे लेकिन सरकार में आने के बाद कर्ज माफी योजना का स्वरूप बदल दिया गया और अब कमलनाथ सरकार का कहना है कि वह सब का कर्ज माफ नहीं कर सकते इसके साथ ही राकेश सिंह का कहना है कि मध्यप्रदेश में बिजली बिलों को हाफ करने की बात कही गई थी लेकिन हुआ कुछ उल्टा और किसानों को लंबे चौड़े बिल भेज दिए गए हैं इसलिए 4 तारीख को जो आंदोलन किया जाएगा उसमें बिजली बिलों की भी होली जलाई जाएगी

लेकिन भारतीय जनता पार्टी के इस आंदोलन से किसान संगठन बहुत इत्तेफाक नहीं रख रहे हैं भारत कृषक समाज के अध्यक्ष केके अग्रवाल का कहना है कि किसानों की समस्याएं केवल कर्ज माफी और बिजली बिल तक सीमित नहीं है बल्कि किसानों को गेहूं का बोनस नहीं मिला है धान का पूरा पंजीयन नहीं हो पाया है और ऐसी ही कई छोटी-छोटी समस्याएं हैं भारतीय जनता पार्टी को यह आंदोलन बहुत पहले शुरू करना चाहिए थाConclusion:दरअसल भारतीय जनता पार्टी इस बात को समझ गई है कि मध्यप्रदेश कि सत्ता का रास्ता किसानों के जरिए ही तय किया जा सकता है इसलिए अब भारतीय जनता पार्टी किसानों के हित में राजनीति करने की तैयारी कर रही है लेकिन लगता नहीं है कि किसान बीजेपी पर भरोसा जता एंगे
Byte राकेश सिंह प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी
Byte केके अग्रवाल अध्यक्ष भारत कृषक समाज
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