जबलपुर। शहपुरा की ग्राम पंचायत डोंगर झांसी के छापर गांव में एक आंगनबाड़ी भवन में अमावस्या और पूर्णिमा के मौके पर तांत्रिक पूजा होती है. 15 साल पहले बनाया गया यह आंगनबाड़ी भवन अनैतिक गतिविधियों को लेकर प्रख्यात है. कभी इस भवन में बाबाओं का जमावड़ा रहता है तो कभी जुआरियों का. वहीं शराबी भी इसे सबसे महफूज स्थान समझते हैं.
पांच लाख की लागत से बनें भवन में आंगनबाड़ी संचालित न होकर प्राथमिक स्कूल में संचालित हो रही है. जिससे बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि कक्षा एक से पांच तक स्कूल में बच्चों की संख्या 51 है. ऐसे में 20 बच्चों आंगनबाड़ी के भी स्कूल में पहुंच जाते हैं. बहरहाल पूरे मामले में कलेक्टर भरत यादव ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है. देखना यह होगा कि 15 सालों से स्कूल में संचालित हो रही आंगनबाड़ी को अपना भवन कब मिलता है.