जबलपुर। जिले के बहुचर्चित अपहरण, फिरौती, हत्याकांड के मुख्य आरोपी राहुल उर्फ मोनू विश्वकर्मा की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई. दरअसल, आरोपी मोनू विश्वकर्मा को चार दिन पहले एक 13 साल के बच्चे के अपहरण और फिर हत्या के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था, अचानक उसकी तबीयत खराब होने की वजह से उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया.जहां इलाज के दौरान आरोपी की मौत हो गई.पुलिस कस्टडी में आरोपी की मौत पर फिलहाल पुलिस ने चुप्पी साध ली है.
जानकारी के मुताबिक, चार दिन पहले धनवंतरी नगर निवासी मुकेश लांबा के पुत्र आदित्य लांबा के का अपहरण कर लिया गया था. जहां अपहरणकर्ता द्वारा परिजनों से दो करोड़ कि फिरौती के रकम की मांगी गई थी. जिसमें आरोपी और परिजनों के बीच 60 लाख रुपये देने की बात तय हुई थी. आरोपियों ने परिजनों से आठ लाख रूपये फिरौती की रकम लेने के बाद 13 वर्षीय आदित्य लांबा की निर्मम हत्या कर दी थी. जिसका शव पनागर के बिछुआ के पास नहर में मिला था. वहीं पुलिस ने पूरे मामले में तीन आरोपी राहुल उर्फ़ मोनू विश्वकर्मा एवं उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया था.
बताया जा रहा है कि तीनों आरोपी अधारताल थाना क्षेत्र के हैं, इसलिए पुलिस ने इन तीनों आरोपियों का अधारताल थाना क्षेत्र में जुलूस निकाला. जबलपुर क्षेत्र में भारी आक्रोश था, वहीं धनवंतरी नगर व्यापारी संघ ने पुलिस को ज्ञापन भी सौंपा. जिसमें संजीवनी नगर थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी के साथ थाना के पुलिस स्टाफ को हटाने की मांग की गई थी. वहीं पूरे मामले में एएसपी गोपाल खांडेल का कहना है कि पीएम के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा, कि आखिर आरोपी की मौत कैसे हुई है.