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जबलपुर की 226 पंचायतें संक्रमण मुक्त, जागरुकता और सजगता से जीती जंग

जबलपुर में कोरोना महामारी के बीच राहत देने वाली खबर आई है. यहां की 226 ग्राम पंचायतें कोरोना से मुक्त हो गई है. ग्रामीणों की जागरुकता और सजगता से यह संभव हो पाया है.

Awareness of villagers, 226 Panchayats of Jabalpur are corona free
ग्रामीणों की सजगता, जबलपुर की 226 पंचायतें कोरोना मुक्त
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Published : May 12, 2021, 10:10 AM IST

Updated : May 12, 2021, 11:23 AM IST

जबलपुर। देश और प्रदेश में लगातार अपने पैर पसार रहे कोरोना संक्रमण के बीच संस्कारधानी जबलपुर से राहत देने वाली खबर सामने आई है. यहां की 226 ग्राम पंचायतें कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गई हैं. ग्रामीणों की एहतियात और जागरुकता से कोरोना को अपने से दूर रखा, इस काम में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लोगों ने भी सहयोग किया. तभी जाकर यह संभव हो पाया है. इन ग्राम पंचायतों में लोगों ने कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन किया, गांव में किसी के आने और गांव से बाहर जाने पर रोक लगा दी गई थी. किसी जरुरी काम के लिए बाहर जाने की अनुमति थी. वहीं शादी-विवाह हो या कोई धार्मिक या सामाजिक कार्यक्रम हो, गांव में सबने कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए उसका पालन किया. इसके चलते ग्रामीणों ने कोरोना को दूर रख पाने में सफलता प्राप्त की है.

ग्रामीणों की सजगता, जबलपुर की 226 पंचायतें कोरोना मुक्त

ग्रामीणों तक प्रशासन की बात पहुंचाने के लिए कोटवार से गांव-गांव में मुनादी कराई गई, वहीं कोटवार के अनोखे अंदाज में मुनादी करने के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

Administration Support
प्रशासन का सहयोग
  • 226 पंचायतें सील, नहीं पहुंचा कोरोना

जबलपुर जिले की 516 ग्राम पंचायतों में से 226 ग्राम पंचायतों में कोरोना नहीं पहुंच सका है, यहां ग्रामीणों ने जनता कर्फ्यू के चलते गांव में प्रवेश द्वार तक को सील कर दिया है. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने का पालन सख्ती से करा रहे हैं और जो भी नियम तोड़ता है उसके खिलाफ जुर्माना भी लगा रहे हैं. इसी का नतीजा है कि आज बड़ी संख्या में ग्रामीण कोरोना संक्रमण के दायरे में नहीं आए हैं.

Sealing village boundaries
गांव की सीमाएं सील

स्लोगन राइटर, बना कोरोना फाइटर, महामारी के खिलाफ शुरू की जागरूता की मुहिम

ग्राम पंचायत बिजना और सुसनेर में तो ग्रामीणों ने जागरूकता और सजगता का परिचय दिया और गांव को ही सील कर दिया, किसी भी बाहरी का प्रवेश गांव में पूर्णतः प्रतिबंधित है यहां तक कि गांव के लोग अपने बच्चों को बाहर भी नहीं निकलने देते और जो कोई भी बाहर निकलता है, तो वह हमेशा मास्क लगाकर ही निकलता है यही वजह है, कि कोरोना गांव में दस्तक भी नहीं दे सका.

जिले की इतनी पंचायतें कोरोना मुक्त

- जबलपुर जनपद के 42 ग्राम पंचायतें
- पनागर जनपद के 18 ग्राम पंचायतें
- पाटन की 11 ग्राम पंचायतें
- शहपुरा और कुंडम की 46-46 ग्राम पंचायतें
- सिहोरा की 29 ग्राम पंचायतें
- तो वहीं मझौली की 34 ग्राम पंचायतें शामिल हैं

इन सभी ग्राम पंचायतों में कोरोना के एक भी एक्टिव केस नहीं मिले हैं. जानकारी के मुताबिक इनमें मेरा राज्य-मेरा गांव कोरोना मुक्त अभियान चलाया जा रहा है. प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह ने भी बताया था कि त्रिस्तरीय कार्यक्रम के तहत प्रदेश भर में कोरोना पर नियंत्रण पाने की योजना चल रही है, जिसके मद्देनजर ग्रामीण क्षेत्रों में इसका सख्ती से पालन किया जा रहा है.

जबलपुर। देश और प्रदेश में लगातार अपने पैर पसार रहे कोरोना संक्रमण के बीच संस्कारधानी जबलपुर से राहत देने वाली खबर सामने आई है. यहां की 226 ग्राम पंचायतें कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गई हैं. ग्रामीणों की एहतियात और जागरुकता से कोरोना को अपने से दूर रखा, इस काम में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लोगों ने भी सहयोग किया. तभी जाकर यह संभव हो पाया है. इन ग्राम पंचायतों में लोगों ने कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन किया, गांव में किसी के आने और गांव से बाहर जाने पर रोक लगा दी गई थी. किसी जरुरी काम के लिए बाहर जाने की अनुमति थी. वहीं शादी-विवाह हो या कोई धार्मिक या सामाजिक कार्यक्रम हो, गांव में सबने कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए उसका पालन किया. इसके चलते ग्रामीणों ने कोरोना को दूर रख पाने में सफलता प्राप्त की है.

ग्रामीणों की सजगता, जबलपुर की 226 पंचायतें कोरोना मुक्त

ग्रामीणों तक प्रशासन की बात पहुंचाने के लिए कोटवार से गांव-गांव में मुनादी कराई गई, वहीं कोटवार के अनोखे अंदाज में मुनादी करने के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

Administration Support
प्रशासन का सहयोग
  • 226 पंचायतें सील, नहीं पहुंचा कोरोना

जबलपुर जिले की 516 ग्राम पंचायतों में से 226 ग्राम पंचायतों में कोरोना नहीं पहुंच सका है, यहां ग्रामीणों ने जनता कर्फ्यू के चलते गांव में प्रवेश द्वार तक को सील कर दिया है. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने का पालन सख्ती से करा रहे हैं और जो भी नियम तोड़ता है उसके खिलाफ जुर्माना भी लगा रहे हैं. इसी का नतीजा है कि आज बड़ी संख्या में ग्रामीण कोरोना संक्रमण के दायरे में नहीं आए हैं.

Sealing village boundaries
गांव की सीमाएं सील

स्लोगन राइटर, बना कोरोना फाइटर, महामारी के खिलाफ शुरू की जागरूता की मुहिम

ग्राम पंचायत बिजना और सुसनेर में तो ग्रामीणों ने जागरूकता और सजगता का परिचय दिया और गांव को ही सील कर दिया, किसी भी बाहरी का प्रवेश गांव में पूर्णतः प्रतिबंधित है यहां तक कि गांव के लोग अपने बच्चों को बाहर भी नहीं निकलने देते और जो कोई भी बाहर निकलता है, तो वह हमेशा मास्क लगाकर ही निकलता है यही वजह है, कि कोरोना गांव में दस्तक भी नहीं दे सका.

जिले की इतनी पंचायतें कोरोना मुक्त

- जबलपुर जनपद के 42 ग्राम पंचायतें
- पनागर जनपद के 18 ग्राम पंचायतें
- पाटन की 11 ग्राम पंचायतें
- शहपुरा और कुंडम की 46-46 ग्राम पंचायतें
- सिहोरा की 29 ग्राम पंचायतें
- तो वहीं मझौली की 34 ग्राम पंचायतें शामिल हैं

इन सभी ग्राम पंचायतों में कोरोना के एक भी एक्टिव केस नहीं मिले हैं. जानकारी के मुताबिक इनमें मेरा राज्य-मेरा गांव कोरोना मुक्त अभियान चलाया जा रहा है. प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह ने भी बताया था कि त्रिस्तरीय कार्यक्रम के तहत प्रदेश भर में कोरोना पर नियंत्रण पाने की योजना चल रही है, जिसके मद्देनजर ग्रामीण क्षेत्रों में इसका सख्ती से पालन किया जा रहा है.

Last Updated : May 12, 2021, 11:23 AM IST
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