जबलपुर। कोरोना वायरस ने लोगों की जिंदगी पर अल्पविराम लगा दिया था. जिसके बाद एक बार फिर से चीजें शुरू हो रही हैं. कोरोना वायरस की भारत में दस्तक के बाद 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई थीं. 12 वीं कक्षा के बचे हुए पेपर मंगलवार से शुरू हो गए हैं.
जबलपुर में 650 छात्र 12वीं की परीक्षा में मंगलवार को बैठे हैं. जिन्हें शहर के 104 सैंटरों में बैठाया गया है. शिक्षा विभाग ने छात्रों को एग्जामिनेशन सेंटर पर एक घंटा पहले आने की हिदायत दी थी. ताकि सभी को सैनिटाइज किया जा सके और उनका टेंपरेचर लिया जा सके.
वहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी को एक बेंच छोड़कर बैठाया जा सके. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे. उनका कहना है कि परीक्षा केन्द्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन किया जा रहा है.
सुबह की पाली में रसायन शास्त्र का पेपर था, वहीं शाम की पाली में भूगोल का पेपर है. दूसरी पाली दोपहर 1 बजे से शुरू होगी और पूरी प्रक्रिया 5:00 बजे खत्म होगी. स्कूलों में कोरोनावायरस प्रभावित छात्रों के लिए भी एक कमरा बनाया गया है, लेकिन जबलपुर में किसी भी 12 वीं के छात्र को फिलहाल कोरोना वायरस नहीं है. इसलिए इसकी जरूरत नहीं पड़ी. वही स्कूल पहुंचे किसी भी छात्र का तापमान अनियमित भी नहीं पाया गया.
वहीं छात्रों का कहना है भले ही उनको 70 दिनों का लंबा समय मिल गया था, लेकिन उनकी पढ़ाई की लय टूट गई थी. इसलिए परीक्षा बहुत अच्छी जाएगी, ऐसी उम्मीद नहीं है. छात्रों का कहना है कि जिस तरीके से आज पेपर लिया जा रहा है, उस तरीके से तो लॉकडाउन शुरू होने के समय भी परीक्षा ली जा सकती थी. इससे बच्चों का भविष्य बर्बाद नहीं होता. 12वीं की परीक्षा का परिणाम बच्चे के पूरे जीवन पर असर डालता है.