इंदौर में आत्महत्याओं के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं, इसी कड़ी में एक बार फिर इंदौर में एक युवक ने आत्महत्या कर ली, बताया जा रहा है कि युवक नशे का आदि था, और नशा छोड़ने के लिए उसने खुद को कमरे में कैद कर लिया था, जिसके आज फांसी के फंदे पर झूलती लाश मिली.
- नशा नहीं मिलने पर युवक ने लगाई फांसी
बता दें कि नशे की लत को छुड़ाने के लिए परिजन कई तरह के जतन करते रहे, इसी कड़ी में उसे परिजनों ने पिछले कुछ दिनों से घर के कमरे में बंद कर दिया था, और मंगलवार देर रात जब परिजनों ने उसके कमरे में जाकर देखा, तो वह फांसी के फंदे पर झूल रहा था, जिसके बाद उसे फंदे से उतारकर परिजन निजी हॉस्पिटल लेकर गए, लेकिन काफी देर हो जाने के कारण उसकी मौत हो गई, फिलहाल पूरे मामले की सूचना परिजनों ने पुलिस को दी है, और पुलिस बारीकी से जांच पड़ताल करने में जुटी है.
- नशा छुड़ाने के प्रयास नहीं आए काम
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में नशे के कारोबारी की तादाद पिछले काफी दिनों से लगातार बढ़ती जा रही है, वहीं इंदौर शहर के कई युवक-युवतियों के द्वारा नशे का उपयोग काफी तादाद में किया जा रहा है, ऐसे में विभिन्न थाना क्षेत्रों की पुलिस युवक और युवतियों की काउंसलिंग कर उनकी नशे की लत को छुड़ाने का प्रयास भी कर रही है, लेकिन कई युवक इस कदर नशे के आदी हो गए हैं, कि जब उन्हें रोकने का प्रयास किया गया, तो वह आत्महत्या करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं. इसी तरह का मामला इंदौर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र में देखने को मिला, राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के मार्तंडा नगर में रहने वाले मोहम्मद सादिक ने नशे के लत के कारण अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, परिजनों का कहना है कि मोहम्मद सादिक नशे का आदि हो चुका था, और वह हर एक एक घंटे में इंजेक्शन के माध्यम से नशा करता था, और जब परिजनों ने उसके नशे को छुड़ाने का प्रयास किया, तो उसने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
- नशा मुक्ति केंद्र नहीं आया काम, नहीं छूटी नशे की लत
बता दें कि मोहम्मद सादिक को इस कदर नशे की लत थी, कि वह हर एक घंटे में नशे का इंजेक्शन लेता था, परिजनों ने उसकी नशे की लत को छुड़ाने के लिए उसे इंदौर के विभिन्न हॉस्पिटलों में भी भर्ती किया, लेकिन उसके बाद भी वह नशा करना नहीं छोड़ा, ऐसे में परिजन उसे अस्पताल से घर लेकर आए, और अलग-अलग तरह से कई जतन भी किए, लेकिन मोहम्मद सादिक लगातार नशा करता रहता रहा, इन्हीं सब बातों को देखते हुए परिजनों ने उसे कमरे में मंगलवार को बंद कर दिया, वहीं जब काफी देर तक मोहम्मद सादिक की आवाज नहीं आई, तो परिजन कमरे में पहुंचे, जैसे ही उन्होंने कमरे का दरवाजा खोला, सादिक की फंदे पर लटकी लाश मिली, इसके बाद परिजनों ने पड़ोसियों की मदद से फांसी के फंदे से नीचे उतारा और इलाज के लिए निजी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, लेकिन काफी देर हो जाने के कारण उसे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
- नशे के सौदागरों पर पुलिस की नजर
बता दें जहां एक ओर युवक युवतियों के द्वारा बड़ी तादाद में नशा किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर मंगलवार को ही पुलिस ने एक बड़ी गैंग को पकड़कर 40 एमडी नशा भी बरामद किया है, फिलहाल एक तरफ तो पुलिस आरोपियों की धरपकड़ करने में जुटी हुई है, वहीं दूसरी ओर विभिन्न क्षेत्रों में अभी भी नशे के सौदागर बेखौफ घूम रहे हैं, वहीं जिस तरह से राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र में एक युवक के द्वारा नशे की लत के कारण आत्महत्या जैसा गंभीर कदम उठाया गया, उसे पुलिस को एक बार फिर इन नशे के कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है, वहीं इस पूरे मामले में पुलिस ने मृतक का मोबाइल जब्त कर लिया है, और परिजनों से भी बयान लिए गए हैं आने वाले दिनों में युवक किन लोगों से नशे का सामान खरीदा था, उन पर सख्त कार्रवाई करने की योजना बनाई जा रही है.
फिलहाल इस पूरे मामले में परिजनों का कहना है कि नशे की लत के कारण ही आज उनका होनहार युवक हमारे बीच नहीं है, यदि आने वाले दिनों में पुलिस ने इन नशा कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की, तो निश्चित तौर पर कई और युवक भी इसी कदर आत्महत्या जैसे गंभीर कदम उठा सकते हैं, पुलिस एक ओर तो इन नशे के कारोबारियों पर शिकंजा कस रही है, वहीं दूसरी ओर अभी भी कई थाना क्षेत्रों में नशे के सौदागर बेखौफ घूम रहे हैं, जिन पर पुलिस कड़ी कार्रवाई करने का मन बना रही.