इंदौर। मध्यप्रदेश में मानसून इस वक्त पूरी तरह से सक्रिय नजर आ रहा है. आर्थिक राजधानी इंदौर में पिछले दो दिनों से हो रही जोरदार बारिश ने सब कुछ तरबतर करके रख दिया, सड़क से लेकर घरों में पानी ही पानी नजर आ रहा है. इंदौर की सड़कों पर मानो बाढ़ का सैलाब आया हो. बारिश के कहर से जनजीवन अस्त व्यस्त है.
प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर इस समय बारिश से तरबतर है. यहां बीती रात से लगातार हो रही बारिश के चलते शहर के विभिन्न इलाकों में पानी भर गया है. लिहाजा जिला प्रशासन नगर निगम और पुलिस की टीम ने राहत इंतजामों के लिए मोर्चा संभाल लिया है. शहर के निचले क्षेत्रों में आलम यह है कि सड़कों पर 3 से 4 फीट पानी है. वहीं भारी बारिश से कई रहवासी क्षेत्रों में भी पानी भर गया है.
इंदौर के मोती तबेला, जूनी इंदौर ,जूना रिसाला, सिंधी कॉलोनी, कालानी नगर, बंगाली चौराहा, रेलवे क्रॉसिंग, बीसीएम हाइट्स, देवास नाका और निरंजनपुर आदि क्षेत्रों की सड़कें नदी में तब्दील हो गई हैं. यहां जलजमाव के कारण कई इलाकों में 3 से 4 फीट पानी भरा हुआ है. इस स्थिति के मद्देनजर जब शहर के कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति की शिकायतें नगर निगम के कंट्रोल रूम पहुंची तो राहत कार्यों के लिए कलेक्टर मनीष सिंह के अलावा नगर निगम आयुक्त और डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र ने मोर्चा संभाला. इसके बाद इंदौर नगर निगम की टीमें जलजमाव वाले क्षेत्रों में पानी की निकासी के इंतजामों में जुटी हैं.
शहर में सभी इलाकों में जारी भीषण बारिश के चलते यशवंत सागर डैम का जलस्तर भी तेजी से बड़ा. लिहाजा यहां डैम के गेट खोलने पड़े. फिलहाल पिछले 24 घंटे में इंदौर जिले में 197.02/8 इंच वर्षा दर्ज की गई है. हालांकि अब तक यहां कुल वर्षा 672.72/26 इंच वर्षा हो चुकी है.
तुलसी नगर पुलिया क्षतिग्रस्त, कई इलाकों में भारी नुकसान
शहर में लगातार तेज बारिश के चलते तुलसी नगर स्थित पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है. इसके अलावा जूनी इंदौर के कई व्यवसाई क्षेत्रों और दुकानों में पानी भरने से भारी माल खराब होने की सूचना है. इधर जिला प्रशासन नगर निगम समय पुलिस की राहत टीमें भी जलजमाव वाले विभिन्न क्षेत्रों पर निगरानी रखे हुए हैं.