इंदौर। इंसान अगर ठान ले तो उसकी शारीरिक कमजोरी भी उसकी सफलता के बीच कभी रुकावट नहीं बनती है. ऐसा ही कर दिखाया है इंदौर के मल्हारगंज क्षेत्र में रहने वाले अक्षत ने, अक्षत वैसे तो दृष्टिबाधित दिव्यांग हैं लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित CLAT (Common Las Admission Test) की परीक्षा में अक्षत ने सफलता हासिल कर कर ली है.
देशभर के प्रतिष्ठित विधि महाविद्यालय में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली क्लेट परीक्षा में शहर के अक्षत में सफलता हासिल करते हुए नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी बेंगलुरू में प्रवेश लिया है. अक्षत का बचपन से ही सपना था कि वे कानून के क्षेत्र में अपना करियर बनाए. अक्षत ने CLAT 2020 (कॉमल लॉ एडमीशन टेस्ट) में देशभर में सामान्य श्रेणी में 1,118वीं रैंक और विशिष्ट श्रेणी में तीसरा स्थान हासिल किया है.
अक्षत ने पहली कक्षा से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई हिंदी मीडियम में की है, लेकिन अंग्रेजी में होने वाली क्लैट की परीक्षा में पहली ही बार में अक्षत ने यह सफलता हासिल की है. अक्षत ने इस परीक्षा के लिए काफी मेहनत की थी, वहीं राइटर के माध्यम से इस परीक्षा के प्रश्न पत्र को हल किया है.
अक्षत बदलबा का कहना है कि उनकी दृष्टी उनकी कमजोरी नहीं, बल्कि उनकी ताकत है. सफलता के इस मुकाम को हासिल करने में उनके परिजनों का और दोस्तों का काफी साथ मिला है. अक्षत अब आगे जाकर BA, LLB करना चाहते हैं और यूपीएससी की परीक्षा देकर आईएफएस की तैयारी करना चाहते हैं. अक्षत का कहना है कि वे पढ़ाई लिखाई से मुकान हासिल कर देश की सेवा करना चाहते हैं.
स्कूल में भी प्रवीण सूची में थे शामिल
अक्षत बदलबा ने साल 2018 में आयोजित माशिमं की 10वीं में 91 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रदेश में विशिष्ट श्रेणी में दूसरा स्थान प्रप्त किया था. उस समय खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें सम्मानित किया था.