इंदौर। आगामी नगरीय निकाय चुनावों के लिए आरक्षण प्रक्रिया पूरी हो गई है. उपचुनाव में हारे हुए सिंधिया सर्मथकों को नगरीय निकायों के अलावा सत्ता और संगठन में शामिल कराने को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि पार्टी में सभी कार्यकर्ताओं को समान अवसर दिया जाता है, पार्टी में किसी खास या X,Y और Z के समर्थक होने के नाते अवसर नहीं दिया जाता है.
कोई X,Y,Z नहीं
वीडी शर्मा ने सिंधिया समर्थकों को लेकर कहा कि कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने के बाद अब वे हमारे कार्यकर्ता हैं. किसी एक्स वाई जेड के नहीं. इसलिए सभी को बीजेपी के दूसरे कार्यकर्ताओं की तरह अवसर दिया जाएगा. वहीं पूर्व मंत्री इमरती देवी और गिरिराज दंडोतिया के चुनाव हारने के बाद इस्तीफा स्वीकार नहीं किए जाने के सवाल उन्होंने कहा कि जब आवश्यक होगा, तब उनसे इस्तीफा ले लिया जाएगा. फिलहाल इसकी आवश्यकता नहीं है.
अनूसूचित जाति का विरोध करना कांग्रेस की चरित्र करती है उजागर
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने नगरीय निकायों में हुए आरक्षण पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधा. वीडी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस और कमलनाथ द्वारा छिंदवाड़ा में अनुसूचित जनजाति के लिए महापौर पद का आरक्षण होने पर की गई आपत्ति दुर्भाग्य जनक है. प्रदेश अध्यक्ष ने सवाल उठाया कि क्या कमलनाथ वहां अपनी स्टेट टेरिटरी बनाना चाहते हैं. इस तरह अनुसूचित जनजाति के लोगों का विरोध करना कांग्रेस का चरित्र उजागर करता है. नगरीय निकायों में मौजूदा विधायकों को टिकट देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि विधायक पूर्व से ही पद पर होते हैं, इसलिए प्रयास किया जाएगा कि मौजूदा विधायकों को उम्मीदवार नहीं बनाया जाए.
वीडी शर्मा ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने अपने पुत्र मोह में कमलनाथ की सरकार गिरा दी. अब वह अपने काम में लगे हैं. वही किसान आंदोलन को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसान आंदोलन पूरी तरह फेल है. यह आंदोलन कांग्रेस ने खड़ा किया है और जो लोग किसानों के नाम पर अपनी राजनीति कर रहे हैं वह मोदी विरोधी हैं.