इंदौर। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व इंदौर क्राइम ब्रांच ने लसूड़िया थाना क्षेत्र में संचालित फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर पर छापामार कार्रवाई की थी. यहां पर काम करने वाले कर्मचारी खुद को सोशल सिक्योरिटी कार्ड डिपार्टमेंट का अफसर बताकर अमेरिकी नागरिकों से जमकर रुपए वसूलते थे. ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले एक ही दिन में अमेरिकी नागरिकों से 8 से 10 लाख रुपए ठगते थे. पकड़े गए आरोपियों के पास से उस समय इंदौर क्राइम ब्रांच ने बड़ी संख्या में अमेरिकी नागरिकों का डाटा, लैपटॉप सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जप्त किए थे.
कई अमेरिकी नागरिकों को ठगा : इस मामले की जानकारी इंदौर क्राइम ब्रांच द्वारा अमरीकी दूतावास को भेजी गई थी. जब अमेरिकी दूतावास को इस पूरे मामले की जानकारी दी गई तो उनके होश उड़ गए और उन्होंने भी इस पूरे मामले में जांच पड़ताल की. इसके बाद एफबीआई यह देख कर चौंक गई कि ये ठग इंटरनेशनल कॉलिंग से ठगी कर रहे हैं. उनके नागरिकों को देशविरोधी गतिविधियों, मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त बताकर धमकाते हैं और जमकर पैसा वसूलते थे. इस दौरान कई अमेरिकी नागरिकों के बयान लिए गए और विभिन्न तरह के ठगी के दौरान बैंक की स्टेटमेंट भी एफबीआई ने जब्त की .
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मामला कोर्ट में विचाराधीन : तमाम तरह के सबूतों को लेकर इंदौर क्राइम ब्रांच को एफबीआई सौंपेगी और उसके बाद इस पूरे मामले में कोर्ट में आने वाले दिनों में अमेरिकी नागरिक की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गवाही भी करवाई जाएगी. बता दें कि इस पूरे मामले में फर्जी कॉल सेंटर का सरगना करण भट्ट जोकि गुजरात का रहने वाला है, अभी तक फरार चल रहा है. वहीं पूर्व में जिन आरोपियों को पकड़ा था, उनमें मैनेजर जोशी फ्रांसिस की कस्टडी के दौरान कोविड काल के दौरान मौत हो चुकी है. अन्य आरोपियों को जमानत मिल चुकी है. मामला अभी भी कोर्ट में विचाराधीन है, जहां पर लगातार सुनवाई चल रही है. (US agency FBI reached Indore) (FBI in Indore regarding fraud cases)