इंदौर। ट्रेन में बम की झूठी सूचना ट्वीटर पर देने वाले रेलवे के दो ठेका कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है. इंदौर रेलवे एसपी निवेदिता गुप्ता ने बताया प्रमोद पिता विनोद माली 25 साल निवासी मुंबई और मिलन पिता संत लाल रजक 44 साल निवासी सांताक्रुज मुंबई दोनों रेलवे के ठेका कर्मचारी हैं. इन दोनों ने गोरखपुर- बांद्रा एक्सप्रेस में 18 मई को बम होने की सूचना पुलिस को दी थी. सूचना पर तत्काल जीआरपी, आरपीएफ, सिटी पुलिस तथा डॉग स्क्वाड और बम डिस्पोजल टीम द्वारा उज्जैन स्टेशन पर ट्रेन की चेकिंग की गई. इस दौरान कोई बम तो नहीं मिला लेकिन जब इसी तरह की सूचनाएं ट्वीट के जरिए रेल मंत्रालय को भेजी जाती रहीं तो इंदौर रेलवे पुलिस समेत उज्जैन रेलवे पुलिस की टीम ने डिटेक्टिव और सागर यूनिट को सक्रिय किया गया.
दोनों मिलकर करते थे ट्वीट : मिलन रजक के इस ट्वीट की पड़ताल की गई पता चला दो लोग मिलकर ऐसे ट्वीट कर रहे थे. दोनों आरोपियों ने कई बार ट्रेन में सूरत, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश के बांदा और महाराष्ट्र में ट्रेन में बम की सूचना लगातार रेल मंत्रालय व आरपीएफ को दी. इसके बाद इन दोनों आरोपियों को 3 राज्यों की पुलिस ढूंढ रही थी. हालांकि जीआरपी इंदौर टीम ने दोनों को ट्रेस करके गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान पता चला कि ऐसे ट्वीट मिलन रजत द्वारा प्रमोद के मोबाइल से किए जाते थे.
सरपंच का अजीब फरमान: 16 साल के नाबालिग की जबरन 32 वर्षीय महिला से करा दी शादी
गोरखपुर-बांद्रा एक्सप्रेस को डेढ़ घंटा लेट कराते थे : ट्वीट के जरिए ट्रेनों में बम रखे होने की सूचना दी जाती थी. बताया जाता है कि दोनों रेलवे में ठेका कर्मचारी हैं, जो सफाई का काम करते हैं, लेकिन दोनों को ही अपने घर परिवार से मिलने का टाइम बहुत कम मिल पाता था. इसलिए दोनों गोरखपुर-बांद्रा एक्सप्रेस को एक से डेढ़ घंटा लेट कराते थे. ऐसा कराने से इन्हें सफाई के लिए अगली आने वाली पश्चिम एक्सप्रेस तक नहीं बिठाए जा सके और शाम को ड्यूटी पर रवाना किया जा सके. (Two railway contract workers arrest) (Information about bomb in train on Twitter)