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इस शहर में है महिलाओं का राज, एडमिनिस्ट्रेशन से लेकर राजनीति तक, हर क्षेत्र में बनाया अपना मुकाम - महिला दिवस

मध्यप्रदेश के महू शहर में सरपंच से लेकर सांसद तक महिलाएं हैं. यहां की महिलाएं एडमिनिस्ट्रेशन से लेकर राजनीति हर फील्ड में नाम कमा रही हैं.

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
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Published : Mar 8, 2019, 1:59 PM IST

इंदौर। इंदौर का महू मध्यप्रदेश का ऐसा शहर है, जहां महिलाएं अपने कुशल नेतृत्व से हर क्षेत्र में बेहतर काम कर रही हैं. यहां की महिलाएं एडमिनिस्ट्रेशन से लेकर राजनीति हर फील्ड में नाम कमा रही हैं. सरपंच से लेकर सांसद तक महिलाएं हैं. महू शहर को वैसे तो सेना के हेडक्वार्टर के रूप में जाना जाता है. लेकिन अब ये महिलाओं नेतृत्व वाला शहर ये बन गया है.

महू का पूरा नाम मिलिट्री हेड क्वार्टर ऑफ वार है. यहां अधिकांश जिम्मेदार पदों पर महिलाएं पदस्थ हैं और अपने कुशल नेतृत्व से कार्यों का संचालन कर रही हैं. महू वैसे तो ग्रामीण परिवेश वाला शहर है, लेकिन यहां अधिकांश पंचायतों में सरपंच महिलाएं हैं. यहां की सबसे बड़ी नगर पंचायत महू गांव में अध्यक्ष भी महिला है. वहीं कैंटोनमेंट बोर्ड छावनी परिषद की सीईओ, जनपद पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष, विधायक और सांसद भी महिलाएं हैं.

नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा शुक्ला का कहना है कि महिलाओं को जब-जब आगे बढ़ने का मौका मिला है, उन्होंने तब-तब सफलता के शिखर को छुआ है. बड़े सरकारी पदों पर पोस्टेड महिलाएं और जनप्रतिनिधियों ने कहा कि महिलाएं हमेशा अपने कार्य के प्रति सजग रहती है. चाहे वह परिवार हो या समाज या फिर जॉब.

इंदौर। इंदौर का महू मध्यप्रदेश का ऐसा शहर है, जहां महिलाएं अपने कुशल नेतृत्व से हर क्षेत्र में बेहतर काम कर रही हैं. यहां की महिलाएं एडमिनिस्ट्रेशन से लेकर राजनीति हर फील्ड में नाम कमा रही हैं. सरपंच से लेकर सांसद तक महिलाएं हैं. महू शहर को वैसे तो सेना के हेडक्वार्टर के रूप में जाना जाता है. लेकिन अब ये महिलाओं नेतृत्व वाला शहर ये बन गया है.

महू का पूरा नाम मिलिट्री हेड क्वार्टर ऑफ वार है. यहां अधिकांश जिम्मेदार पदों पर महिलाएं पदस्थ हैं और अपने कुशल नेतृत्व से कार्यों का संचालन कर रही हैं. महू वैसे तो ग्रामीण परिवेश वाला शहर है, लेकिन यहां अधिकांश पंचायतों में सरपंच महिलाएं हैं. यहां की सबसे बड़ी नगर पंचायत महू गांव में अध्यक्ष भी महिला है. वहीं कैंटोनमेंट बोर्ड छावनी परिषद की सीईओ, जनपद पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष, विधायक और सांसद भी महिलाएं हैं.

नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा शुक्ला का कहना है कि महिलाओं को जब-जब आगे बढ़ने का मौका मिला है, उन्होंने तब-तब सफलता के शिखर को छुआ है. बड़े सरकारी पदों पर पोस्टेड महिलाएं और जनप्रतिनिधियों ने कहा कि महिलाएं हमेशा अपने कार्य के प्रति सजग रहती है. चाहे वह परिवार हो या समाज या फिर जॉब.

Intro:एंकर - जब जब महिलाओं को अपनी प्रतिभा और कुशल नेतृत्व को दिखाने का मौका मिला है तब तक उन्होंने अपने कार्यकुशलता क्षमता का लोहा मनवाया है और कार्यक्षेत्र में पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है इंदौर के समीप एक ऐसा शहर है जहां अधिकांश पदों पर महिलाएं नेतृत्व का प्रशासकीय और जनप्रतिनिधि कार्यों का संचालन कर रही है यहां सरपंच से लेकर सांसद तक महिलाएं हैं यह शहर है महू महू शहर को वैसे तो सेना के हेडक्वार्टर के रूप में जाना जाता है इसका पूरा नाम मिलेट्री हेड क्वार्टर ऑफ वार है परंतु वर्तमान समय में महू शहर महिलाओं के नेतृत्व वाला शहर बन गया है यहां अधिकांश जिम्मेदार पदों पर महिलाएं काबीज है और अपने कुशल नेतृत्व क्षमता से कार्यों का संचालन कर रही है


Body:महु शहर वैसे तो ग्रामीण परिवेश वाला शहर है यहां अधिकांश पंचायतों में सरपंच महिलाएं हैं यहां की सबसे बड़ी नगर पंचायत महू गांव में अध्यक्ष भी महिला है वहीं कैंटोनमेंट बोर्ड छावनी परिषद किसी सीईओ भी महिलाएं जनपद पंचायत अध्यक्ष जिला पंचायत अध्यक्ष विधायक और सांसद भी महिला है इस हिसाब से देखा जाए तो यह महिलाओं के नेतृत्व और संचालन वाला शहर बन गया है वर्तमान में यहां पर पहली बार कोई महिला विधायक विधानसभा चुनाव में विजय हुई है यह सभी महिलाएं अपने अपने कार्य क्षेत्र में अपने अपनी प्रतिभा और कार्यकुशलता का संचालन कर अपने नाम का लोहा मनवा रही है भारत में देखा जाए तो पुराने समय से एक परंपरा चली आ रही थी जिनमें रूढ़ीवादी विचारधाराओं के अनुरूप महिलाओं को केवल घरों तक सीमित रखा जाता था और इन्हें पुरुषों से कम आंका जाता रहा है परंतु वर्तमान में यह सोच और परिदृश्य दोनों ही बदला है जिसका सबसे बड़ा उदाहरण है महू महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है और अपनी कार्यशैली का गृहस्थ जीवन और कार्यस्थल पर कुशल संचालन कर अपनी क्षमता का परिचय भी दे रही है


Conclusion:महुशहर की वर्तमान स्थिति को देखकर यह जरूर कहा जा सकता है कि महिलाएं पुरुषों से किसी भी मायने में कम नहीं है महु छावनी परिषद की सीईओ मनीषा जाट का कहना है कि महिलाएं अपनी क्षमता के आधार पर किसी भी लक्ष्य को हासिल कर सकती है बस उन्हें अपनी क्षमता के अनुरूप काम को करना होता है वहीं यहां की विधायक उषा ठाकुर का कहना है कि महिलाएं कभी भी किसी से कम नहीं होती है महिलाएं जब अपनी कुशल संचालन क्षमता से आगे बढ़ती है तो हमेशा से ही सफलता हासिल करती है नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शुक्ला का कहना है कि महिलाओं को जब जब आगे बढ़ने का मौका मिला है तब तक उन्होंने अपनी कार्य कौशल क्षमता का परिचय देते हुए सफलता के शिखर को छुआ है प्रशासकीय पदों पर बैठी महिलाएं और जनप्रतिनिधियों ईटीवी भारत से कहा कि महिलाएं हमेशा अपने कार्य के प्रति सजग रहती है चाहे वह परिवार हो या समाज या अपना कार्य स्थल वहीं जहां एक और हर पुरुष की सफलता के पीछे महिला का हाथ होता है वहीं हर महिला की सफलता की कहानी के पीछे उसका परिवार और उसके परिवार का सहयोग होता है महिलाएं ग्रहस्त जीवन के साथ साथ सामाजिक परिवेश में भी कुशल संचालन करने के लिए हमेशा अग्रणी रही है अगर हमारे शास्त्रों को उठाकर देखा जाए तो उनमें भी महिलाओं और उनके कामों को उचित स्थान मिला हुआ है और महिलाओं की क्षमता और शक्तियों के उचित प्रमाण है जिसका प्रमाण है कि आज भी हम देवी और आधी शक्तियों को पूजते हैं देवी शक्तियों का आकलन नहीं कर सकते हैं उसी तौर पर आज की महिलाएं भी सशक्त है और काम करने के लिए परिपक्व हैं बस केवल जरूरत है तो उचित मौके और मार्गदर्शन की जनपद पंचायत अध्यक्ष लीलासंतोष पाटीदार , महू नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा राम किशोर शुक्ला, कैंटोनमेंट बोर्ड सीईओ मनीषा जाट , विधायक उषा ठाकुर , सांसद सावित्री ठाकुर विज्वल- जनपद , केंटबोर्ड बाइट - मनीषा जाट केंटबोर्ड सीईओ बाइट - उषा ठाकुर विधायक बाइट - रेखा शुक्ला महुगाव नगर परिषद अध्यक्ष
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