इंदौर। भारी हंगामे के बीच आखिरकार इंदौर नगर निगम की मौजूदा परिषद का कार्यकाल अंतिम परिषद सम्मेलन के साथ खत्म हो गया. परिषद सम्मेलन की शुरुआत में ही सीएए और एनआरसी का मुद्दा उठाए जाने से भाजपा और कांग्रेस पार्षदों के बीच जमकर तकरार हुई. कांग्रेस के दो पार्षदों को सीएए के विरोध वाला बैच लगाने पर सदन से निलंबित भी कर दिया गया. दरअसल विवाद की शुरुआत नेता प्रतिपक्ष के द्वारा शाहीन बाग में 4 साल की बच्ची को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई.
दोनों पार्षदों को सदन से बाहर करने के बाद प्रश्नकाल के दौरान भी हंगामा जारी रहा. प्रश्नकाल के दौरान भाजपा पार्षद ने अपनी परिषद पर ही नाला टेपिंग का काम नहीं करने पर आपत्ति दर्ज कराई. तो वहीं नेता प्रतिपक्ष ने महापौर पर आरोप लगाया कि, पूरे 5 साल के कार्यकाल के दौरान बहुत कम नगर निगम आई. जिस पर महापौर ने भी अपने उद्बोधन में नेता प्रतिपक्ष को जमकर घेरा.
दो महत्वपूर्ण प्रस्ताव किए गए पारित
नगर निगम परिषद सम्मेलन में दो महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी पारित किए गए, जिसमें से एक नगर निगम में बन रहे नए परिषद हॉल का नाम पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के नाम पर रखने का था. वही दूसरा प्रस्ताव हुकुमचंद मिल की जमीन लीज निरस्त करने का प्रस्ताव महापौर मालिनी गौड़ ने रखा था, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया. हंगामेदार रहे निगम परिषद के सम्मेलन में कई प्रस्तावों को ध्वनिमत के साथ पारित कर दिया गया. नगर निगम के इस परिषद सम्मेलन के साथ ही सभी पार्षदों और महापौर का कार्यकाल भी समाप्त हो गया, अब नगर निगम में कल से प्रशासक की देखरेख में काम किए जाएंगे