इंदौर। सेंट्रल जेल में एक साथ कई कैदी कोरोना पॉजिटिव मरीज आने के बाद जेल विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं जेल के आला अधिकारियों ने अपने परिजनों या घर जाना ही बंद कर दिया है. उन्होंने सेंट्रल जेल के अंदर अपने ऑफिस में ही अपना घर शिफ्ट कर लिया है.
जेल के आला अधिकारियों ने अपने कक्ष को आधा ऑफिस बना लिया है और आधा बेडरूम बना लिया है. वहीं ईटीवी भारत संवादाता ने भी सेंट्रल जेल का दौरा किया और जेल अधीक्षक से बात की.
जेल अधीक्षक ने बताया कि जिस तरह से सेंट्रल जेल में लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीज आ रहे थे, उसको देखते हुए उन्होंने अपने घर जाना बंद कर दिया है और जेल के अंदर ही अपने कक्ष में बेडरूम बना लिया है.
उनका कहना है कि जब भी परिजनों की याद भी आती है, तो जेल में हालात सामान्य होने के बाद वह दूर से ही मुलाकात कर वापस जेल के अंदर आ जाते हैं और बीते 1 महीने से वह इसी तरह से दिनचर्या बिता रहे हैं.
जेल अधीक्षक ने कहा कि आज सबसे अधिक यदि मेरी जरूरत है, तो वह सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को है. क्योंकि इनकी देखरेख का जिम्मा भी मुझे मिला हुआ है. प्रत्येक कैदी को स्वस्थ रखने की जवाबदारी मेरी है, इसीलिए कैदियों की निगरानी करने के लिए मैं खुद भी जेल के अंदर ही रह रहा हूं.
जेल अधीक्षक के साथ उनका स्टाफ, जिसमें उप जेल अधीक्षक और अन्य लोग हैं, वह भी जेल के अंदर ही शिफ्ट हो गए हैं और लगातार जेल के कैदियों के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के साथ ही उन पर नजर बनाए हुए हैं.
इंदौर की सेंट्रल जेल में 30 से अधिक कैदी कोरोना पॉजिटिव आए थे. उनमें से कई बंदी कोरोना वायरस को हराकर वापस जेल लौट भी आए हैं. लेकिन एहतियात के तौर पर जेल अधीक्षक और उप जेल अधीक्षक ने ऑफिस को ही अपना घर बना लिया है.