इंदौर। गीता को साल 2015 में तब विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज के प्रयासों से पाकिस्तान से वापस लाया गया था. युवती को भारत लाए जाने के बाद उसका नाम गीता रखा गया था. कई साल बीत जाने के बाद भी उसके मूल निवास और उसके माता-पिता का पता नहीं चल सका है. गीता के माता-पिता और घर का पता तलाशने के लिए इंदौर पुलिस कई तरह के जतन कर रही है. जहां तेलंगाना की एक दंपत्ति ने गीता को अपनी बेटी मानते हुए उससे मुलाकात करने की इच्छा जताई है और आज तेलंगाना की दंपत्ति गीता से मुलाकात करने के लिए इंदौर पहुंच रहे हैं. तकरीबन 3 बजे के आसपास दंपति डीआईजी ऑफिस पर गीता से मुलाकात करेगी.
तेलंगाना के दंपत्ति करेंगे गीता से मुलाकात
तेलंगाना में रहने वाली एक दंपत्ति ने गीता को अपनी बेटी मानते हुए उसे मुलाकात करने की इच्छा जाहिर की है. आज तेलंगाना के बोल्ली स्वामी निवासी थारूपल्ली पैदापल्ली आज इंदौर पहुंच रहे हैं. यहां वह गीता से इंदौर के डीआईजी ऑफिस में मुलाकात करेंगे. बता दें तकरीबन 3:00 बजे के आसपास तेलंगाना से आ रहे दंपत्ति गीता से मुलाकात करेंगे. वहीं तेलंगाना की दंपत्ति ने गीता को अपनी बेटी होने का दावा किया है. उन्होंने वीडियो कॉल के माध्यम से भी ज्ञानेंद्र पुरोहित और मोनिका पुरोहित के साथ ही गीता से भी बात की है. उसी के बाद वह मुलाकात करने के लिए आज इंदौर आ रहे हैं.
अभी तक 24 दंपत्ति कर चुके है दावा
गीता को सन् 2015 में पाकिस्तान से इंदौर आई थी. इस दौरान कई लोगों ने गीता को अपनी बेटी मानने का दावा किया है. अभी तक 24 परिवार गीता को अपनी बेटी माने का दावा कर चुके हैं. जिस भी दंपत्ति ने गीता को अपनी बेटी माने का दावा किया उनका प्रशासन ने डीएनए भी करवाया लेकिन किसी भी दंपति का डीएनए गीता से मैच नहीं हुआ. फिलहाल अब तेलंगाना की दंपत्ति गीता को अपनी बेटी माने का दावा कर रही है.
गीता के माता-पिता को तलाशने में जुटी इंदौर पुलिस
2015 में गीता को पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मदद से पाकिस्तान से इंदौर लाया गया था. इस दौरान उसे गुमास्ता नगर स्थित एक संस्था के आश्रम में रखा गया था. लेकिन वहां पर विभिन्न तरह की परेशानी होने के चलते उसे ज्ञानेंद्र रोहित और मोनिका पुरोहित के द्वारा संचालित होने वाली संस्था के सुपुर्द कर दिया गया. इस दौरान तकरीबन 5 महीनों में ही रोहित पुरोहित और मोनिका पुरोहित ने गीता की विभिन्न तरह की जानकारियां जुटाई और उसके बाद उसे उसके परिजनों से मुलाकात करने के लिए कई तरह के प्रयास शुरू करे. इसी क्रम में ज्ञानेंद्र व मोनिका ने इंदौर डीआईजी से मुलाकात की. जिसके बाद इंदौर पुलिस ने गीता के परिजनों को तलाशना शुरू किया.
गीता के माता-पिता और घर का पता तलाशने के लिए इंदौर पुलिस कई तरह के जतन कर रही है. गीता का एक चाइल्ड फोटो बनाया गया और उसे देश के विभिन्न रेलवे स्टेशनों के साथ ही विभिन्न पुलिस स्टेशनों पर डीजीपी के माध्यम से पहुंचाया गया. इसी के साथ रेलवे जीआरपी के साथ मिलकर गीता को विभिन्न रेलवे स्टेशनों की भी जानकारी दी गई और गूगल मैप के माध्यम से विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी गई. वहीं पिछली दफा जीआरपी पुलिस इंदौर पुलिस गीता को लेकर उन जगहों पर भी पहुंची जहां की जानकारी पिछले दिनों गीता ने दी थी. इंदौर पुलिस ने पूरा रोडमैप तैयार किया है. पिछले दिनों गीता ने साउथ के तेलंगाना और महाराष्ट्र के जिन गांवों को चिन्हित किया था. वहां भी पुलिस प्रशासन गीता को लेकर पहुंची थी.