इंदौर। भंवरकुआं थाना क्षेत्र में रहने वाले बिग बास्केट कंपनी के मैनेजर ने पिछले दिनों कंपनी के विभिन्न कर्मचारियों की प्रताड़ना से तंग होकर आत्महत्या कर ली थी. इस पूरे मामले में मैनेजर की पत्नी भंवरकुआं थाने के साथ ही आला अधिकारियों के पास शिकायत लेकर पहुंची थी. मृतक की पत्नी के बयानों के आधार पर पुलिस ने मामले में बिग बास्केट कंपनी के 4 कर्मचारियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर कर लिया है.
- चार कर्मचारियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज
भंवरकुआं थाना क्षेत्र में रहने वाले मितेश मित्तल ने जो कि बिग बॉस्केट कंपनी में इंदौर में मैनेजर के पद पर पदस्थ थे, उन्होंने कंपनी के कर्मचारियों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी. मृतक ने अपने परिजनों को विभिन्न तरह की जानकारी दी थी. उन्हीं जानकारी के आधार पर मृतक के परिजनों ने पुलिस को बयान दिए थे. बयानों की बारीकी से जांच करते हुए पुलिस ने आत्महत्या के मामले में बिग बास्केट कंपनी के कर्मचारियों के खिलाफ ही प्रकरण दर्ज किया है. पुलिस ने बिग बॉस्केट कंपनी के रवि शर्मा, आनंद रावल, कैप्टन अमृत कोईजाम, हार्दिक पटेल के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है.
- मृतक पर लगे थे गबन के आरोप
मृतक मितेश मित्तल की पत्नी ने बताया कि बिग बॉस्केट कंपनी के कर्मचारी रवि शर्मा ,आनंद रावल, कैप्टन अमृत कोईजाम, हार्दिक पटेल ने मितेश मित्तल को सुबह 9 बजे से रात को 2 बजे तक कंपनी के ऑफिस में बैठा रखते थे. वहां पर उससे विभिन्न तरह के सवाल जवाब करते थे. इन चारों ने मिलकर मितेश मित्तल के खिलाफ तीन करोड़ों रुपए के गबन के आरोप भी लगाए.
- बच्चे को लेकर की थी शिकायत
पति की मौत के बाद मितेश मित्तल की पत्नी भंवर कुआं थाने के पुलिस कर्मियों के साथ ही आला अधिकारियों तक पूरे मामले की शिकायत लेकर पहुंची थी. आला अधिकारियों ने ही भंवर कुआं थाना प्रभारी को इस पूरे मामले में जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. मृतक की पत्नी अपने 3 साल के बच्चे को लेकर 10 दिनों तक आला अधिकारियों के साथ ही थाने पर घूमती रही. लेकिन जब आला अधिकारियों तक पूरे मामले की शिकायत पहुंची तो मामले में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ.
- चोरी के मामले में पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
मल्हारगंज थाना क्षेत्र में 4 जनवरी को फरियादी नीतीश जैन की वाहन की डिक्की को तोड़कर उसमें से 3 लाख 89 हजार अज्ञात चोर चुरा कर ले गए थे. जिसकी शिकायत पर फरियादी ने मल्हारगंज थाने पर की थी. इसके 1 दिन बाद ही छोटी ग्वालटोली थाना क्षेत्र में भी वाहन की डिक्की तोड़कर रुपए निकालने की घटना सामने आई थी. दोनों ही मामले एक जैसे होने पर पुलिस ने गंभीरता दिखाते हुए. दोनों क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जिसमें संदिग्ध लोग वारदात को अंजाम करते दिखे. संदिग्ध लोगों की पहचान गुजरात की एक गैंग के रूप में हुई. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने एक टीम अहमदाबाद भेजी. जहां से पुलिस ने राजपाल इंदरकर नामक शख्स को पकड़ा. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने अपने साथी रजनीश, बंटी इंदरकर, विशाल सिंधी, प्रतीक पानवर्कर तथा लच्छी के साथ दोनों घटना को अंजाम दिया था. आरोपी जिस वाहन से इंदौर आते थे उस वाहन पर इंदौर की फर्जी नंबर प्लेट लगा लेते थे.