इंदौर। हनीट्रैप मामले पर इंदौर से बीजेपी सांसद शंकर लालवानी एक बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कहा फिलहाल जांच कर रही है. यदि प्रदेश सरकार चाहेगी तो सीबीआई की जांच होगी. हनीट्रैप के माध्यम से भाजपा द्वारा सरकार गिराने के बयानों पर उन्होंने कहा कि बीजेपी की सोच कभी छोटी और नकारात्मक नहीं रही.
हालांकि उनका कहना है कि एसआईटी की जांच पर्फेक्ट ना होने पर हनीट्रैप मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. शंकर लालवानी ने भोपाल में सरकार के द्वारा जारी नवरात्रि की गाइडलाइन पर भी साधा है. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार में मौजूद अधिकारी ट्रायल करते हैं. वे सोचते हैं क किसी भी निर्णय को पहले करके देखते हैं कि क्या होता है, उसके बाद उसका निष्कर्ष निकाला जाता है.
सबको अपने त्योहार मनाने की पूरी आजादी
शंकर लालवानी ने कहा कि गाडलाइन जारी कर सरकार ने अपना मत स्पष्ट कर दिया, जबकि विवाद की स्थिति में गाइडलाइन जारी करने पर चर्चा चल रही थी. शंकर ललवानी ने कहा कि सबको अपने त्यौहार मनाने के लिए पूरी आजादी होना चाहिए. क्योंकि अगर धार्मिक भावनाओं को अगर आप ठेस पहुंचाएंगे तो जनता आक्रोशित होगी.
अधिकारियों के जरिए कांग्रेस पर साधा निशाना
शंकर लालवानी ने इंदौर के रणजीत हनुमान मंदिर पर हुए विवाद और गाइडलाइन को लेकर आई सफाई के बाद यह बयान दिया है. शंकर लालवानी ने कहा कि कमलनाथ सरकार में बैठे अधिकारी पहले आदेश जारी कर देते हैं और करके देखते हैं कि इसका परिणाम क्या होगा. इस तरह से अधिकारी ट्रायल और एरर करते रहते हैं.
ये था मामला
दरअसल, कमलनाथ सरकार के द्वारा पहले इंदौर में रणजीत हनुमान मंदिर में धारा 144 लगाने की अटकलें हुई थीं, जिसे बाद में कलेक्टर ने आदेश जारी कर गलत बताया था. वहीं भोपाल में भी नवरात्रि के पहले गाइडलाइन जारी करने पर विवाद हुआ था, जिसे की सरकार के द्वारा नकार दिया गया है. इसी को लेकर अब कमलनाथ सरकार के अधिकारी भाजपा नेताओं के निशाने पर हैं.