इंदौर। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन को लेकर बयानबाजी का दौर थमता नहीं दिख रहा है. इस मुद्दे पर एक तरफ कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर है. वहीं अब बीजेपी के नेता पीएम नरेंद्र मोदी के भूमि पूजन करने और वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी की अनदेखी को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं. इस सूची में अब बीजेपी नेता और कवि सत्यनारायण सत्तन का नाम भी जुड़ गया है. उन्होंने राम मंदिर निर्माण का पूरा श्रेय लालकृष्ण आडवाणी को दिया है.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी राम मंदिर निर्माण और यहां तक कि प्रधानमंत्री पद पर आडवाणी की मेहनत का लाभ लेकर पहुंचे हैं. आज उन्हें दरकिनार कर दिया गया. जो सही नहीं है. उन्होंने कहा कि आज जो ये दिन देखने मिल रहा है, उसकी असली वजह लाल कृष्ण आडवाणी है.
आडवाणी ने शुरू की थी रथयात्रा
राम मंदिर निर्माण आंदोलन के लिए बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष आडवाणी ने 1990 में गुजरात के सोमनाथ से अयोध्या तक के लिए रथ यात्रा शुरू की थी. लेकिन आडवाणी को बिहार के तत्कालीन सीएम लालू प्रसाद यादव ने समस्तीपुर जिले में गिरफ्तार करवा लिया था. जब पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद पर अपना फैसला सुनाया था तब आडवाणी ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ये बड़ी बात है कि ईश्वर ने उन्हें इस आंदोलन से जुड़ने का मौका दिया. आडवाणी ही वे शख्स थे जिनकी अगुवाई में बीजेपी ने 1992 के बाद से लगातार बढ़त बनाई. पार्टी ने केंद्र में दिवंगत पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में सरकार बनाई और आडवाणी उप प्रधानमंत्री बने. बाद में बीजेपी में मोदी युग आने के बाद आडवाणी धीरे-धीरे नेपथ्य में चले गए और फिलहाल पार्टी के मार्गदर्शक मंडल में शामिल हैं.
अयोध्या नहीं जाएंगे आडवाणी
लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी ने इस आंदोलन को आगे बढ़ाया. लेकिन भूमि पूजन के लिए वे अयोध्या नहीं जाएंगे. दोनों नेता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समारोह में शामिल होंगे. बताया जा रहा है कि कोरोना संकट को देखते हुए उन्हें समारोह स्थल पर नहीं बुलाया गया है. जिसके चलते विपक्ष के साथ अब बीजेपी के अपने नेता ही सवाल खडे़ कर रहे हैं.