उज्जैन। विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर एट्रोसिटी एक्ट का जिन्न बोतल से बाहर निकल सकता है. सपाक्स अध्यक्ष हीरालाल त्रिवेदी ने लोकसभा चुनाव में संगठन से उम्मीदवार उतारने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि 'मैं पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी सीट से चुनाव लड़ूंगा', जबकि राहुल गांधी, पूर्व सीएम शिवराज, दिग्विजय सिंह, जहां से चुनाव लड़ेंगे, वहां से सपाक्स अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगा.
साल 2018 के अंत में हुये विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने तीन राज्य गवां दिये थे. राजस्थान, छत्तीसगढ़ और एमपी में बीजेपी की हार की वजहों में एट्रोसिटी एक्ट का विरोध भी शामिल रहा. ऐसे में लोकसभा चुनाव में सपाक्स संगठन के उम्मीदवार बीजेपी-कांग्रेस दोनों दलों की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं.
हीरालाल त्रिवेदी ने कहा कि कुछ लोग देश की राजनीति में जातिवाद घोलना चाहते हैं. इसलिये संगठन ने देश के नौ राज्यों में चुनाव लड़ने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह के खिलाफ भी वह अपना उम्मीदवार मैदान में उतारेंगे. क्योंकि जब दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब आरक्षण में पदोन्नति नियम लागू किया गया था. उन्होंने दिग्विजय सिंह पर शासकीय मशीनरी को दो फाड़ करने का आरोप भी लगाया.
हीरालाल त्रिवेदी ने प्रत्याशियों के ऐलान पर कुछ नहीं बोला, इतना जरूर कहा कि बड़े चेहरों को टिकट दिया जाएगा. हाल ही में केंद्र सरकार ने सवर्णों को दस प्रतिशत आरक्षण देने का पैंतरा आजमाया था, जिससे माना जा रहा था कि एट्रोसिटी एक्ट का जिन्न हमेशा के लिये बोतल के अंदर चला जाएगा, लेकिन वह एक बार फिर उठ खड़ा है, जो लोकसभा चुनाव में बीजेपी-कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा सकता है.