इंदौर। तीन मार्च को नगर निकाय चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. कांग्रेस द्वारा घोषित किए गए महापौर पद के पहले उम्मीदवार विधायक संजय शुक्ला ने अपनी जीत के लिए भाजपा से समर्थन मांगा है. उन्होंने अपनी टिकट की घोषणा के साथ ही भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को अपने पिता तुल्य मानकर इस बार चुनाव में उन्हें आशीर्वाद देने की मांग की है.
कांग्रेस ने विधायक संजय शुक्ला पर लगाया दांव
इंदौर में बीते लगातार 20 सालों से नगरीय निकाय चुनावों में लगातार हार झेलने के बाद नगर निगम परिषद में विपक्ष की भूमिका निभाने को मजबूर है. इस बार कांग्रेस ने यहां से पार्टी के विधायक संजय शुक्ला पर दांव लगाया है. इसकी वजह शुक्ला द्वारा बड़े अंतर से विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को हराना है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नगरी निकाय चुनाव के पहले संभावित कांग्रेस प्रत्याशियों को लेकर जो सर्वे कराया है. उसमें भी संजय शुक्ला की स्थिति अन्य दावेदारों से बेहतर पाई गई थी. लिहाजा हाल ही में यहां नगरी निकाय चुनाव समिति की प्रभारी विजयलक्ष्मी साधो और पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने सर्वसम्मति से विधायक संजय शुक्ला को कांग्रेस से महापौर उम्मीदवार घोषित किया था. हालांकि भाजपा की तरफ से अभी कोई नाम तय नहीं किया गया है. इस बीच शुक्ला को उम्मीद है की इस बार उन्हें न केवल कांग्रेस बल्कि भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का भी समर्थन और आशीर्वाद मिलेगा. शुक्ला ने दावा किया कि इस बार शहर में नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार और भाजपा नेताओं द्वारा विकास को लेकर उपेक्षा पूर्ण रवैया से जनता में खासी नाराजगी है. इसलिए इस बार मतदाताओं की ओर से समर्थन और आशीर्वाद उन्हें ही मिलेगा.
निकाय चुनाव की बजेगी रणभेरी : तीन मार्च के बाद
वरिष्ठ भाजपा नेता विष्णु शुक्ला के बेटे हैं संजय
गौरतलब है कि संजय शुक्ला इंदौर के वरिष्ठ भाजपा विधायक विष्णु प्रसाद शुक्ला के बेटे हैं बीते विधानसभा चुनाव में भी भाजपा उम्मीदवार सुदर्शन गुप्ता से विष्णु प्रसाद शुक्ला की पटरी नहीं बैठ पाने के कारण संजय शुक्ला को शुक्ला परिवार के साथ अंदरूनी तौर पर कई भाजपा नेताओं का समर्थन था. यही वजह है कि संजय शुक्ला ने भाजपा उम्मीदवार सुदर्शन गुप्ता को हराया था.
भाजपा से कई दावेदार तैयार
इंदौर को भाजपा का गढ़ माने जाने के कारण इस बार नगर निगम में भाजपा किसी युवा चेहरे को मौका दे सकती है. जिन नामों की चर्चा की जा रही है. उनमें विधायक रमेश मेंदोला पूर्व विधायक रहे सुदर्शन गुप्ता भाजपा के वरिष्ठ नेता मधु वर्मा गोपीकृष्ण नेमा जीतू जिराती के नाम चर्चा में है. हालांकि चुनाव घोषित नहीं होने के कारण भाजपा में इस आशा को लेकर भी फिलहाल व्यापक तैयारियां नहीं है. ऐसे में संजय शुक्ला अपना प्रचार अभियान शुरू कर चुके हैं. वहीं वह चुनावी दृष्टि से राजनीतिक जमावट भी करने में जुटे हैं.