इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर में अब अनुपयोगी सामान को भी अपना मुकाम मिल सकेगा. इंदौर नगर निगम ने अब शहर के सभी जोनल कार्यलय में अनुपयोगी सामग्री संग्रहण केन्द्र तैयार करने का फैसला किया है. इन संग्रहण केन्द्रों से जरूरतमंद को उनकी जरूरत की सामग्री फ्री में मिल सकेगी. दरअसल स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 को दृष्टिगत रखते हुए 3 आर (रिडयूस, रियूज, रिसायकल) की तर्ज पर शहर में आरआरआर सेंटर स्थापित किये जा रहे हैं.
आरआरआर सेंटर अभियान प्रारंभ: महापौर पुष्यमित्र भार्गव व आयुक्त हर्षिका सिंह ने बताया कि भारत सरकार के आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय द्वारा पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने के उददेश्य से मिशन लाइफ कार्यक्रम अंतर्गत आरआरआर सेंटर अभियान प्रारम्भ किया जा रहा है. इस अभियान अंतर्गत प्रथम चरण में निगम के 19 झोनल कार्यालयों में स्थान चिंहाकित कर आरआरआर सेंटर खोले जा रहे हैं. प्रत्येक जोन में एक 3 आर सेंटर स्थापित किये जा रहे हैं. इन केन्द्रों में लोग अपना अनूपयोगी सामग्री, जिनमें फर्नीचर, खिलौने, किताबे, कपडे़, चश्में, पेन, बॉटल, इलेक्ट्रिक सामान, कॉस्मेटिक सामाग्री आदि दे सकेंगे. निगम के मुताबिक इन केन्द्र से एक ओर 3 आर एक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा. वही दूसरी ओर जरूरतमंदों को इसका लाभ मिल सकेगा. आयुक्त द्वारा इस संबंध में समस्त झोनल अधिकारी, एनजीओ प्रमुख को आदेश जारी करते हुए जल्द ही झोन क्षेत्र में 3 आर सेंटर स्थापित करते हुए, प्रचार-प्रसार के निर्देश दिये हैं.
सार्वजनिक स्थानों पर बनेंगे केंद्र: निगम ने झोन क्षेत्र में ऐसे स्थान पर आरआरआर सेंटर की स्थापना करने के निर्देश दिये कि जहां पर आमजन का आवागमन होता रहता हो, ताकि नागरिकगण अपने घर व संस्थानों का अनुपयोगी सामान आरआरआर सेंटर पर दे सके. ऐसे अनुपयोगी सामान को उक्त क्षेत्र के किसी स्थान पर 3 आर मटेरियल से आकर्षक कला कृति का निर्माण किया जा सके. साथ ही ऐसे 3 आर सेंटर को इनोवेटिव व युनिक बनाने के उददेश्य के साथ ही उक्त स्थान पर सेल्फी पॉइन्ट भी बनाया जाएगा. शहर में वेस्ट टू आर्ट की पद्धति को अपनाते हुए. क्षेत्र के उद्यान व चौराहों का विकास किया जाएगा. साथ ही सबसे अच्छे व आकर्षक 3 आर सेंटर को पुस्कृत भी किया जाएगा.