इंदौर। अयोध्या में बनने जा रहा राम मंदिर देश और दुनिया के लिए भक्ति और धर्म के प्रतीक के साथ शोध एवं पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनेगा. दरअसल राम जन्मभूमि न्यास की पहल पर यहां मंदिर के साथ ही विस्तृत सत्संग और शोध केंद्र का विकास किया जाएगा, जहां भगवान राम पर शोध किया जा सकेगा. उतना ही नहीं मंदिर परिसर में अयोध्या की पूरी संघर्ष गाथा गैलरी के रूप में स्थापित की जा रही है. इंदौर में राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने मंदिर निर्माण की तमाम जानकारी साझा करते हुए कहा कि राम मंदिर के कारण जल्द ही धार्मिक नगरी अयोध्या का स्वरूप भी बदल जाएगा.
- राम मंदिर के निर्माण की संघर्ष गाथा गैलरी
दरअसल देश भर में राम मंदिर के लिए धन संग्रहण अभियान के चलते अब राम मंदिर न्यास के पदाधिकारी और सदस्य भी संग्रहण अभियान को गति देने में जुटे हैं. इस क्रम में इंदौर पहुंचे न्यास के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने इंदौर प्रेस क्लब में प्रेस से चर्चा के दौरान बताया कि अयोध्या का राम मंदिर देश और दुनिया के लिए धर्म और भक्ति के प्रतीक के साथ भगवान राम पर शोध और अयोध्या के धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र भी होगा. उन्होंने बताया राम जन्मभूमि न्यास द्वारा राम मंदिर के साथ ही यहां धार्मिक शोध और विभिन्न स्वरूप में धार्मिक गतिविधियों के केंद्र विकसित किए जाने हैं. देश और दुनिया से यहां आने वाले श्रद्धालु अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर के निर्माण की संघर्ष गाथा जान सकें, इसके लिए पूरी गैलरी स्थापित की जा रही है, जो मंदिर के प्राचीन परिदृश्य से लेकर अब तक की पूरी गाथा श्रद्धालुओं के समक्ष प्रस्तुत करेगी. चौपाल ने बताया अयोध्या के राम मंदिर के कारण उत्तर प्रदेश की अयोध्या नगरी का स्वरूप भी बदलने वाला है. मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या धार्मिक पर्यटन के लिहाज से समृद्ध नगरी हो सकेगी.
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विदेशों से धन राशि के लिए लेंगे सरकार से अनुमति
अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए जारी संग्रहण अभियान में भारतीय लोगों के साथ कई विदेशी लोग भी जुड़ने के इच्छुक हैं. लिहाजा मंदिर निर्माण ट्रस्ट अब भारत सरकार से विदेशों से प्राप्त होने वाली धनराशि को प्राप्त करने की स्वीकृति लेने की तैयारी में है. मंदिर न्यास सदस्य ने बताया कि राम जन्म भूमि के लिए किया जाने वाला दान आयकर से मुक्त है इसके अलावा जल्द ही विदेशों में रहने वाले राम भक्त मंदिर निर्माण में अपना सहयोग दे सकेंगे.
धर्म संसद तय करेगी मूर्तियों का स्वरूप
अयोध्या के मंदिर में फिलहाल भगवान श्री राम की वर्तमान मूर्ति ही स्थापित होगी, लेकिन मंदिर परिसर में अन्य जो मूर्तियां लगाई जानी हैं, वे कैसी और किस रूप में होंगी, इसका फैसला धर्म संसद द्वारा किया जाएगा. उन्होंने कहा तीन मंजिला मंदिर में भगवान श्री राम के अलावा माता सीता, लक्ष्मण जी हनुमान जी समेत अन्य देवताओं की मूर्तियां होंगी जो भव्य रूप में मनोहारी और सुंदरतम होंगी.