इंदौर। देवी देवताओं और केंद्रीय मंत्री अमित शाह पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी सहित 6 लोगों पर मामल दर्ज कर जेल भेजा गया है. जिसके बाद मुनव्वर फारुखी और एक अन्य कि जमानत याचिका जिला सत्र न्यायलय ने दूसरी बार खारिज कर दी है. वहीं इस मामले में पुलिस पर राजनीतिक दबाव में कार्रवाई करने का आरोप लगा था. जिसके बाद पुलिस ने एक वायरल वीडियो जारी कर सफाई दी है.
मुनव्वर फारूकी पर आरोप
नए साल के पहले दिन इंदौर के 56 दुकान इलाके में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने मुनव्वर फारूकी पहुंचा था, जिसमें स्थानीय विधायक मालिनी गौड़ का बेटा एकलव्य भी मौजूद था, वहां एकलव्य ने कार्यक्रम का विरोध किया था और आरोप लगाया था कि मुनव्वर ने हिंदू देवी-देवताओं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और गोधराकांड को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इस पर मुनव्वर और उसके चार साथियों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ और गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
पुलिस पर आरोप
इस पूरे मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठे थे. पुलिस पर राजनीतिक दबाव और सबूते अभाव में कार्रवाई करने का आरोप लगा था. इस मामले में पुलिस ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो को आधार बनाकर कार्रवाई करने की बात कही है. सोशल मीडिया पर कार्यक्रम से संबंधित कुछ वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है जिसमें मुनव्वर फारूकी होना बताया जा रहा है. वहीं पिछले दिनों मुनव्वर फारूकी की तरफ से इंदौर की जिला कोर्ट में जमानत आवेदन भी पेश किया गया था, लेकिन कोर्ट ने मुनव्वर फारूकी का जमानत आवेदन भी निरस्त कर दिया है. अब मुनव्वर फारूकी की ओर से हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ में जमानत के लिए आवेदन लगाया जा सकता है.