इंदौर। क्राइम ब्रांच ने बीकॉम प्रथम वर्ष का पेपर लीक करने के मामले में एक प्रोफेसर को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है. पिछले दिनों देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के प्रोफेसर की रिपोर्ट पर इंदौर क्राइम ब्रांच ने प्रकरण दर्ज किया था और उसी के बाद टीम ने आरोपी प्रोफेसर को गिरफ्तार कर पूरे मामले में तफ्तीश शुरू कर दी है. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के बीकॉम प्रथम वर्ष का पेपर पिछले दिनों लीक हुआ था. लीक हुआ पेपर छात्रों के माध्यम से व्हाट्सएप पर गेस पेपर बोलकर 500 रुपए में बेचा गया था. कॉलेज का पेपर और वायरल पेपर एक तरह निकले पर मामले का खुलासा हुआ.
ऐसे लीक हुआ पेपर: डीसीपी क्राइम ब्रांच निमिष अग्रवाल ने बताया कि जांच के बाद पुलिस ने इस पूरे मामले में रेडिएंट कॉलेज के प्रोफेसर भुवनेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. मोबाइल व अन्य दस्तावेज भी जब्त कर उसे जेल भेज दिया गया है. आरोपी ने तिलक नगर थाने में पेपर जमा कराने से पहले उसकी सील खोलकर उसका फोटो खींच लिया था. उसके बाद पेपर एक छात्र के माध्यम से दूसरे छात्रों तक पहुंचाया गया था हालांकि पेपर लीक करने के पहले देवी अहिल्या विश्वविद्यालय का हिस्सा हटा दिया गया था.
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500 रुपए में बेचा गया पेपर: बी कॉम का पेपर लीक होने के बाद यह छात्रों तक व्हाट्सएप के माध्यम से पहुंचा. यहां पर छात्रों के माध्यम से व्हाट्सएप पर गेस पेपर बोलकर 500 रुपए में बेचा गया था. मामले में जांच जारी है यह भी बात सामने आ रही है कि प्रोफेसर ने पेपर कुछ रिश्तेदारों को भी दिया था. इसके चलते यह भी आशंका है कि उसने उनके लिए ही यह पेपर लीक किया था और उनसे भी आने वाले दिनों में पूछताछ की जा सकती है. जानकारी के अनुसार पवार जिस कॉलेज से जुड़े हैं, उसे डीएवीवी ने परीक्षा केंद्र बनाया था. आरोपी ने मई में आयोजित परीक्षाओं के बी.कॉम के दो प्रश्नपत्र प्राप्त किए और इसे कुछ छात्रों को देकर गोपनीयता का उल्लंघन किया.