इंदौर। अब मध्य प्रदेश के किन्नरों का भी स्व सहायता समूह (Self Help Group) बनाया जाएगा. इसके लिए नगर निगम इंदौर और विधिक सेवा प्राधिकरण (Municipal Corporation Indore and Legal Services Authority) ने किन्नर समुदाय को योजनाओं की जानकारी देने के लिए पंढ़रीनाथ स्थित मराठी समाज के मंगल सदन सभागृह में एक कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में मौजूद कई किन्नरों का आधार कार्ड भी बनाया गया.
स्व सहायता समूह से जुड़ेंगे 200 किन्नर
परम पूज्य रक्षक आदिनाथ वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी की अध्यक्ष रुपाली जैन ने बताया कि वे पिछले दो वर्षों से किन्नर समुदाय के अधिकारों के लिए कार्य कर रही हैं. वे किन्नरों को स्व सहायता समूह की योजना से जोड़ने का प्रयास कर रही थी. उनके निवेदन पर नगर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल के निर्देश पर मंगलवार को इंदौर जिले के लगभग 200 किन्नरों को स्व सहायता समूह से जोड़ने की दिशा में एक सार्थक कार्य किया गया.
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नकली किन्नरों का कराया जाएगा मेडिकल
मध्य प्रदेश में इंदौर पहला जिला है जहां किन्नरों को स्व सहायता समूह और अन्य योजनाओं से जोड़ा गया. किन्नर खुशी, शेबू, पायल, त्रिवेणी को समूह कि अध्यक्ष और सचिव बनाया गया. रुपाली जैन ने बताया कि इन योजनाओं का लाभ सिर्फ वास्तविक किन्नरों को ही दिया जाएगा. नकली किन्नर होने की शिकायत मिलने पर मेडिकल कराने के बाद ही इस तरह का पहचान पत्र जारी किया जा सकेगा.
शिविर में किन्नरों के बने आधार कार्ड
कार्यक्रम में 30-30 किन्नरों के तीन स्व सहायता समूह बनाए गए. कार्यक्रम के साथ एक शिविर भी लगाया गया. जहां किन्नरों के आधार कार्ड एवं उनके उत्थान के लिए अन्य योजनाओ में जोड़ा गया. किन्नरों के गुरु से अनुरोध किया गया कि वे अपने डेरों के अन्य किन्नरों के आधार कार्ड बनने के बाद उन्हें भी स्व सहायता समूह से जोड़कर आत्मनिर्भर भारत का हिस्सा बनाकर एक मिसाल पेश करें.