इंदौर। पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण शहर के सभी बिजली मीटर पर QR कोड के स्टीकर लगाने जा रही है. मीटर पर कोड अंकित होने के बाद रीडिंग लेने के लिए स्मार्ट फोन से बिजली कर्मचारी को सिर्फ कोड स्कैन करना होगा. बिजली विभाग ने डिजिटलाइजेशन के माध्यम से लोगों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए यह कदम उठाया है. जिसकी शुरुआत इंदौर के पास बसे हातोद कस्बे से की जाएगी.
बिजली विभाग बिलों में गड़बड़ी रोकने से लेकर शिकायत तक सभी को स्मार्ट बनाने के लिए पहली बार QR कोड लगा रही है. इस प्रयोग को लेकर विभाग के मुख्य महाप्रबंधक संतोष टेगौर ने बताया कि बिजली मीटरों पर QR कोड लगाने की शुरुआत इंदौर के पास बसे हातोद कस्बे से होगी. नौ महीने में बिजली कंपनी कुल 43 लाख घरों के मीटरों पर कोड अंकित करेगी. इसके बाद औद्योगिक मीटरों पर भी यह कोड अंकित किया जाएगा. कोड के जरिए बिजली कंपनी ने शुरुआती दो लक्ष्य साधे हैं. पहला सही बिलिंग व रीडिंग और दूसरा मीटराइजेशन की सही जानकारी हासिल करना.
गौरतलब है कि करीब डेढ़ साल पहले कंपनी ने फोटो मीटर रीडिंग शुरू की थी. बिल की गड़बड़ी दूर करने के लिए मीटर रीडर के लिए अनिवार्य किया गया था कि वह उपभोक्ता के मीटर की रीडिंग का फोटो ले जिसमें रीडिंग भी नजर आए. वहीं अब इस इस्तेमाल को भी विभाग प्रभावी रूप से इस्तेमाल में लाने की योजना बना रहा है.