इंदौर। देश में कोरोना संक्रमण को लेकर लंबे समय तक हॉटस्पॉट बने रहने वाला इंदौर शहर अब संक्रमण के Red zone से बाहर आ रहा है. बीते कई दिनों से यहां positivity rate घट रही है. वहीं, शहर के 41 में से 21 वार्ड अब रेड जोन से बाहर आ चुके हैं. दरअसल, यह स्थिति ब्लैक फंगस के संक्रमण को लेकर है. इस बीमारी से अब तक 290 मरीजों में से 46 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं, हालांकि यह ऐसे मरीज हैं जिनकी बीमारी प्रारंभिक स्थिति में ही पकड़ में आ गई.
डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या दोगुनी
वहीं दूसरी ओर देर रात आए मेडिकल बुलेटिन के अनुसार, कुल 6194 आरटी-पीसीआर जांच में से 504 मरीज ही पॉजिटिव पाए गए हैं. हालांकि, शहर में कोरोना से होने वाली मृत्यु की संख्या अब तक 1335 हो चुकी है. हालांकि संक्रमित मरीजों के पाए जाने के विपरीत डिस्चार्ज होने वालों की संख्या दोगुनी है. बीते दिन भी 1267 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं. इसके अलावा शहर के 41 संक्रमित वार्ड में से 21 वार्ड में अब मरीजों की संख्या 20 परसेंट से भी कम बची है. यही वजह है कि शेष 21 वार्ड संक्रमण श्रेणी से बाहर आ चुके हैं.
कर्फ्यू के सकारात्मक परिणाम
इसके अलावा अब जिला प्रशासन लगातार जनता कर्फ्यू के दौरान सख्ती बरत रहा है. जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं. हालांकि, शनिवार और रविवार को भी जिला प्रशासन ने पूरी तरह शहर को बंद रखने का ही निर्णय लिया है. जिससे कि 1 जून तक हालात सामान्य बनाए जा सकें. इस दौरान मेडिकल इमरजेंसी को भी राहत दी गई है. इसके अलावा वैक्सीनेशन को भी अब प्राथमिकता दिए जाने की तैयारी है जिसके चलते व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं. हालांकि अब यहां लगातार positivity rate घट रही है.
अनलॉक पर फैसला
बता दें कि 1 जून से शहर अनलॉक होगा या नहीं इसको लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है. उम्मीद की जा रही है कि 30 मई को क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक के बाद राज्य शासन का गृह विभाग कमेटी की अनुशंसा पर शहर को अनलॉक करने का निर्णय ले सकता है.
MP UNLOCK: 1 जून से मिलेगी राहत, स्कूल-कॉलेज खोलने का फैसला मंत्री समूह के जिम्मे
एक मरीज मिलने पर भी होगा एरिया सील
इंदौर के अनलॉक होने की प्रक्रिया के बाद अब सभी वार्डों में सर्वे किया जा रहा है. जिन इलाकों में मरीज मिल रहे हैं उन्हें कंटेनमेंट क्षेत्र बनाया जा रहा है. इसके लिए नगर निगम स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य विभागों की टीमें सक्रिय हैं. इस दौरान संभावित प्रकरणों में मरीजों को आइसोलेशन में रखा जा रहा है. साथ ही जिला प्रशासन की कोशिश है कि 1 जून से यदि शहर अनलॉक होता है और यदि किसी भी क्षेत्र में एक भी मरीज पाया जाएगा तो उस एरिया को कंटेनमेंट जोन बनाकर पूरा एरिया सील किया जाएगा. जिससे कि संक्रमण शहर के अन्य क्षेत्रों में ना फैल सके. फिलहाल, इंदौर शहर अब संक्रमण के Red zone से बाहर आ रहा है. बीते कई दिनों से यहां positivity rate घट रही है.