मंदसौर: महाशिवरात्रि के पर्व के अवसर पर मंदसौर स्थित विश्व प्रसिद्ध भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. शिवना नदी के किनारे स्थित इस मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव की विश्व में सबसे बड़ी मानी जाने वाली साढ़े 7 फीट ऊंची और ढाई मीटर गोलाई वाली अष्टमुखी प्रतिमा विराजित है. इस अलौकिक प्रतिमा के दर्शन के लिए हर साल महाशिवरात्रि के मौके पर यहां देश के कोने-कोने से हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं.
सुबह 4 बजे ही खुल गए थे मंदिर के कपाट
मंदिर के प्रधान पुजारियों ने भोर में भगवान का पंचामृत से रुद्राभिषेक किया, इसके बाद सुबह 4 बजे ही दर्शन के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए. दर्शन के लिए सुबह से लोगों की लंबी लाइन लगी हुई थी. मंदिर के गर्भगृह में किसी भी प्रकार की भगदड़ न हो, इसके लिए प्रशासन ने इंतजाम कर रखे थे. असामाजिक तत्वों से बचने के लिए प्रशासन ने मंदिर परिसर में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. शिवना नदी में श्रद्धालुओं के स्नान के लिए सभी घाटों पर भी सुरक्षा हेतु अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था की गई है.
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पूरी रात मंदिर के गर्भ ग्रह और परिसर में होंगे धार्मिक आयोजन
मंदिर के प्रधान पुजारी राकेश भट ने बताया कि "फाल्गुन महीने की त्रयोदशी को आने वाले इस पर्व को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह रहता है. आज दिन भर दर्शन के लिए मंदिर के कपाट खुले रहेंगे." उन्होंने बताया कि "पूरी रात मंदिर के गर्भगृह और मंदिर परिसर में धार्मिक आयोजन होंगे. इसके बाद कल सुबह महाआरती के बाद प्रसाद वितरण होगा. इस बार त्रयोदशी और धनिष्ठा का अद्भुत संयोग होने से यह पर्व और भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. धार्मिक परंपराओं के अनुसार इस पर्व को इस साल भी धूमधाम से मनाया जा रहा है."