इंदौर। कोरोना संक्रमित मरीजों को लगने वाले इंजेक्शन की जमकर कालाबाजारी हो रही है. इंदौर पुलिस ने कालाबाजारी करने वालों को सख्त हिदायत देने के साथ ही कई कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई भी की है. इसी के साथ ही पुलिस के माध्यम से एक एडवाइजरी भी जारी की गई है.
इंजेक्शन की कालबाजारी को लेकर पुलिस सख्त
इंदौर पश्चिमी क्षेत्र में पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद रेमडेसिविर इंजेक्शनों की कालाबाजारी करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया था. जिसमें अस्पताल की नर्स एक डॉक्टर और एमआर शामिल था. इस कार्रवाई के बाद अब पुलिस ने सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए लोगों से अपील की गुहार लगाई है. अगर उनसे कोई भी व्यक्ति रेमडेसिविर देने के नाम पर ज्यादा पैसे मांगता है तो वह तुरंत ही पुलिस को इसकी सूचना करें. कुछ लोग नकली इंजेक्शनों को भी अपनी कमाई का साधन बनाकर बाजार में कालाबाजारी कर रहे हैं.
एडवाइजरी जारी कर की अपील
इस काला बाजारी को रोकने के लिए पुलिस पश्चिम के एसपी महेश चंद्र जैन ने बताया कि हमने लोगों से अपील की है कि वह इस कालाबाजारी करने वाले लोगों के बहकावे में न आएं. अगर उनसे कोई भी इंजेक्शन के नाम पर पैसा दोगुना मांग रहा हैं तो तुरंत ही पुलिस को सुचना दें. ताकि पुलिस उन लोगों को पकड़ सके और कालाबाजारी पर रोक लग सके. फिलहाल रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वालों पर पुलिस की धरपकड़ लगातार जारी है.
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जिस तरह से इंदौर में इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है, उससे निश्चित तौर पर कई तरह के प्रश्न जिम्मेदारों पर उठ रहे हैं. सीमित मात्रा में जिस तरह से इंजेक्शन विभिन्न हॉस्पिटल में उपलब्ध करवाए जा रहे हैं उसके बाद उन हॉस्पिटलों से ही कर्मचारी ही इंजेक्शन की कालाबाजारी करने में जुटे हैं. इसको लेकर आने वाले समय में किस तरह की गाइडलाइन जारी की जाती है यह देखने लायक है.