इंदौर। इंदौर के राजेन्द्र नगर थाना क्षेत्र में पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि, किसी बच्चे का शव रेल पटरी पर गड़ा हुआ है. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जब तस्दीक कर गड्ढे को खोदा, तो गड्ढे से खरगोश का शव निकला. जिसके बाद पुलिस बैरंग वापस लौट आई.
बुधवार की सुबह मुखबिर से इंदौर पुलिस को सूचना मिली कि, रेलवे पटरी पर कुछ लोगों ने एक गड्ढा खोदकर एक बच्चे का शव दफना दिया है. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. थाना प्रभारी अपने अन्य स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की. इसी दौरान गड्ढे को खोदने के लिए दो बेलदार भी वहां पर बुला लिए गए. जैसे गड्ढा खोदा गया, तो उसमें से एक खरगोश का शव निकला. मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी वापस अपने थाने की ओर रवाना हो गए. मामले में आला अधिकारियों का कहना है कि, मामला काफी गंभीर हो सकता था. इसलिए थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिस बल को मौके की तस्दीक के लिए पहुंचाया गया था.
हर सूचना पर हो रही बारीकी से जांच
पिछले दिनों आईजी योगेश देशमुख ने अपने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि, हर सूचना पर बारीकी से जांच पड़ताल की जाए. उसके बाद ही निराकरण किया जाए. उसी कड़ी में राजेन्द्र नगर पुलिस को जब मुखबिर से सूचना मिली, तो पुलिस ने किसी तरह की कोई तस्दीक नहीं की और मौके पर ही जाकर पूरे मामले की जांच पड़ताल की. उसका नतीजा यह रहा कि, पूरे मामले की तस्दीक करने खुद राजेन्द्र नगर थाना प्रभारी अपने कुछ जवानों के साथ मौके पर पहुंच गए.
आईजी के सख्त आदेश
पिछले दिनों आईजी योगेश देशमुख ने इंदौर शहर के विभिन्न थानों का निरीक्षण किया था. इस दौरान कई तरह की अनियमितताएं आईजी को मिली थी. जिसके बाद आईजी ने दो थाना प्रभारियों को लाइन अटैच कर दिया था. वहीं अन्य थाना प्रभारियों को अल्टीमेटम दिए थे कि, यदि किसी भी थाने में कोई गड़बड़ी नजर आती है, तो तत्काल प्रभाव से थाना प्रभारी पर कार्रवाई की जाएगी. इसी का नतीजा है कि, आज सुबह से ही विभिन्न थानों में पदस्थ थाना प्रभारी अपने क्षेत्रों में अलर्ट हो गए हैं और कोई भी सूचना मिलती है, तो खुद थाना प्रभारी ही मौके पर जाकर तस्दीक करते हैं. कई बार पुलिस को गलत सूचना भी दे दी जाती है.