इंदौर। बोरिंग की फर्जी अनुमति दिलाने के मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. इससे पहले भी एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था, जिसने पूछताछ में अपने साथियों के नाम पुलिस को बताए, जिसके आधार पर ये कार्रवाई की गई. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट के सामने पेश किया है, जहां से दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.
बता दे, पिछले दिनों इंदौर पुलिस ने बोरिग की फर्जी अनुमति के मामले में नगर निगम के मास्टर कर्मी अंकित तिवारी को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही थी, पूछताछ में अंकित तिवारी ने पुलिस को बताया कि, नगर निगम में जो बोरिंग की अनुमति आती थी, तो वो अपने पास रख लेता था और फिर फर्जी सील साइन लगाकर संबंधित व्यक्ति को दे देता था.
इस पूरे मामले में उसका एक साथी निमित नरूका भी साथ देता था, अंकित तिवारी की निशानदेही पर दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया और उसके पास से बड़ी मात्रा में सील जब्त किए हैं. बता दें कि, निमित नरुका के कई बीजेपी नेताओं से संपर्क थे, जिसके कारण दोनों कई महीनों से इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहे थे. पिछले दिनों राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र में एक बोरिंग की अनुमति के दौरान दोनों का फर्जीवाड़ा पुलिस ने पकड़ लिया और पुलिस की पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि, उन्होंने इस दौरान कई फर्जी अनुमति दे दी और मोटा पैसा भी वसूला है. फिलहाल पकड़े गए दोनों आरोपियों से पूछताछ होने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया.