इंदौर। मध्य प्रदेश को जल्द ही इसी महीने एक और वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिलने जा रही है. प्रदेश की सबसे स्वच्छ सिटी इंदौर को वंदे भारत की सौगात मिलने जा रही है, ये ट्रेन इंदौर से रीवा तक चलेगी. इससे पहले एमपी के राजधानी भोपाल से लेकर दिल्ली तक प्रदेश के पहले वंदे भारत ट्रेन का संचालन हुआ. बता दें कि 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रीवा दौरे पर आ रहे हैं, इसी दौरान वे रीवा से वंदे भारत ट्रेन को इंदौर के लिए रवाना करेंगे.
सांसद लालवानी ने रखी थी मांग: हाल ही में भोपाल से दिल्ली के लिए चलाई गई वंदे भारत ट्रेन के बाद इंदौर के लिए भी इस ट्रेन के संचालन की मांग सांसद शंकर लालवानी ने की थी. उन्होंने 23 मार्च को रेल मंत्रालय को एक पत्र लिखा था, जिसके माध्यम उन्होंने कहा था कि "इंदौर से रीवा अंचल के लिए यात्रियों की बढ़ती भीड़ के मद्देनजर नई ट्रेन की आवश्यकता है. लिहाजा इंदौर से रीवा के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाई जाए. नतीजतन रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने इस मांग को स्वीकार करते हुए इंदौर-रीवा रूट पर वंदे भारत ट्रेन आखिरकार स्वीकृत कर दी है.
इस ट्रेन से यात्रियों को मिलेगी सुविधा: सांसद लालवानी के मुताबिक इस ट्रेन का शुभारंभ 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रीवा से करेंगे. जाहिर है इंदौर-रीवा को वंदे भारत ट्रेन मिलना यात्रियों के लिए भी बड़ी सौगात है जो अब त्वरित गति से अपना सफर तय कर पाएंगे. सांसद शंकर लालवानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि "इंदौर-रीवा के बीच इस महत्वपूर्ण ट्रेन से यात्रियों को सुविधा होगी. साथ ही दोनों शहरों के बीच काफी ज्यादा ट्रैफिक है जिससे अन्य ट्रेनों पर भी दबाव कम होगा.
24 अप्रैल को शुरुआत: मध्य प्रदेश को पहली वंदे भारत ट्रेन भोपाल से दिल्ली के बीच मिली थी जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कमलापति रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर दिल्ली के लिए रवाना किया था. अब यह एमपी में दूसरी ट्रेन है जिसे पीएम मोदी रीवा से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. गौरतलब है वंदे भारत ट्रेन भारत की सबसे तेज दौड़ने वाली ट्रेन है. यह ट्रेन महज 52 सेकेंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेती है. सभी वंदे भारत ट्रेन पूरी तरह से वातानुकूलित है और उनमें सभी ऑटोमेटिक दरवाजे हैं.