इंदौर। इंदौर के राजेंद्र नगर थाना अंतर्गत वीर सावरकर नगर में रहने वाले पीएचई अधिकारी विजय धर्माधिकारी ने अपने ही घर में जहरीले पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या कर ली. वह नर्मदा प्रोजेक्ट के कंट्रोलर के रूप में पदस्थ थे. मृतक के परिवार में कोई नहीं था. वह अकेले रहते थे, उनके बच्चे नहीं थे. पत्नी का भी कुछ समय पहले निधन हो गया था. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और पड़ताल शुरू कर दी.
मौत का जिम्मेदार खुद को ही बताया : पुलिस अधिकारी को मौके से सुसाइड नोट मिला है. इसमें मृतक ने आत्महत्या का कदम उठाने से पूर्व अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को ही बताया है. सुसाइड नोट में लिखा है कि वह अपने जीवन से हार गए हैं. वह किसी से परेशान होकर ऐसा कदम नहीं उठा रहे. वह अपने जीवन से ही त्रस्त हो गए हैं. 59 वर्षीय पीएचई अधिकारी विजय धर्माधिकारी के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया है. विजय अपने पारिवारिक कारणों से ही बेहद तंग थे. उनके दो जुड़वा बच्चे और एक बेटी थी.
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जिंदगी में अकेले पड़ गए थे : जुड़वा बच्चों की पैदा होते ही मौत हो गयी तो बच्ची का तीन वर्ष की उम्र में निधन हो गया. और कुछ समय पूर्व ही उनकी पत्नी का भी निधन हो गया था. इसके बाद से ही वह बिलकुल अकेले थे. उनके परिवार के कुछ सदस्य और हैं, जो इंदौर में ही अलग अलग इलाको में रहते हैं. वह विजय की देखरेख करते थे. सोमवार शाम तक जब उनका सम्पर्क विजय से नहीं हो सका तो उनके भतीजे ने थाने पहुँच कर पुलिस को शिकायत की. पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे तो विजय अपने घर पर मृत अवस्था में मिले. जाँच अधिकारी बीएस ठाकुर के मुताबिक़ मामले में जाँच की जा रही है. सुसाइड नोट का भी सूक्ष्म परीक्षण किया जाएगा. (PHE officer committed suicide) (Depression mentioned in suicide note)