ETV Bharat / state

ATM में पैसे डालने वाले ही निकले आरोपी, 10 लाख नकदी के साथ एक गिरफ्तार, दूसरा फरार

इंदौर में एसबीआई के एटीएम से गायब हुए 21 लाख रुपये का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. ATM में रुपये डालने वाले एक कर्मचारी को ही पुलिस ने 10 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया है, जबकि दूसरा फरार है, इनके पास शहर के 27 एटीएम में रुपए डालने की जिम्मेदारी थी.

परदेशीपुरा पुलिस थाना
author img

By

Published : Jun 21, 2019, 12:22 AM IST

इंदौर। परदेसी पुरा पुलिस ने एटीएम से चोरी करने वाले गिरोह के एक सहस्य को पकड़ा है. पिछले दिनों एसबीआई के एटीएम से 21 लाख 36 हजार रुपये चोरी होने के बाद ये कार्रवाई की गई है. फिलहाल एक आरोपी को गिरफ्तार कर उससे साढ़े पांच लाख रुपये बरामद किया गया है और अन्य एक आरोपी की तलाश जारी है.

ATM से चोरी के आरोपी गिरफ्तार

एटीएम में एसआईएस एजेंसी के कर्मचारी रुपये डालने का काम करते हैं. पुलिस ने जांच में पाया कि एटीएम लंबे समय से बंद था, लिहाजा एटीएम में पड़े 21 लाख 36 हजार रुपये ग्राहक नहीं निकाल सकते थे. अधिकारियों से पूछताछ की गयी तब पता चला कि एटीएम में विजय जिनवाल और अंकित सोलंकी रुपए डालने का काम करते हैं, जब पुलिस ने दोनों की तलाश शुरू की तो दोनों फरार मिले.

गिरफ्तार किये गये विजय से पूछताछ में पता चला कि चुराए गए 21 लाख 36 हजार रुपए में से विजय ने अपने पास 10 लाख और बाकी अंकित के पास रखा था. इन दोनों के पास शहर के 27 एटीएम में रुपए डालने की जिम्मेदारी थी, ऐसे में आशंका है कि इन दोनों ने बाकी एटीएम में भी इस तरह की धांधली की होगी.

इंदौर। परदेसी पुरा पुलिस ने एटीएम से चोरी करने वाले गिरोह के एक सहस्य को पकड़ा है. पिछले दिनों एसबीआई के एटीएम से 21 लाख 36 हजार रुपये चोरी होने के बाद ये कार्रवाई की गई है. फिलहाल एक आरोपी को गिरफ्तार कर उससे साढ़े पांच लाख रुपये बरामद किया गया है और अन्य एक आरोपी की तलाश जारी है.

ATM से चोरी के आरोपी गिरफ्तार

एटीएम में एसआईएस एजेंसी के कर्मचारी रुपये डालने का काम करते हैं. पुलिस ने जांच में पाया कि एटीएम लंबे समय से बंद था, लिहाजा एटीएम में पड़े 21 लाख 36 हजार रुपये ग्राहक नहीं निकाल सकते थे. अधिकारियों से पूछताछ की गयी तब पता चला कि एटीएम में विजय जिनवाल और अंकित सोलंकी रुपए डालने का काम करते हैं, जब पुलिस ने दोनों की तलाश शुरू की तो दोनों फरार मिले.

गिरफ्तार किये गये विजय से पूछताछ में पता चला कि चुराए गए 21 लाख 36 हजार रुपए में से विजय ने अपने पास 10 लाख और बाकी अंकित के पास रखा था. इन दोनों के पास शहर के 27 एटीएम में रुपए डालने की जिम्मेदारी थी, ऐसे में आशंका है कि इन दोनों ने बाकी एटीएम में भी इस तरह की धांधली की होगी.

Intro:एंकर - इंदौर के परदेसी पुरा पुलिस ने ऐसे गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है जो एटीएम में रुपए डालने की आड़ में उसमें से रुपए चुरा कर उन्हें ब्याज पर दे देते और बाद में उन रुपयों को फिर से एटीएम में डाल देते पिछले दिनों एसबीआई के एटीएम से 21 लाख 36 हजार चोरी होने के बाद यह गिरोह पकड़ाया है फिलहाल एक आरोपी को गिरफ्तार कर उससे साढ़े पांच लाख रुपये बरामद किए गए हैं और अन्य आरोपी की तलाश जारी है


Body:वीओ- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र के क्लर्क कॉलोनी स्थित एटीएम से 21 लाख 36 हजार रुपए चोरी होने की शिकायत बैंक के अधिकारियों ने की थी इसकी जांच करने पर पुलिस ने पाया कि इस एटीएम में एसआईएस एजेंसी के कर्मचारियों द्वारा रुपये डालने का काम किया जाता है इसकी जांच करने पर पुलिस ने यह भी पाया कि एटीएम लंबे समय से बंद था जब किस में डाले गए 21 लाख 36 हजार रुपये ग्राहकों द्वारा नही निकाले जा कर इसमें से गायब हो गए।

बाइट -डॉक्टर प्रशांत चौबे , एडिशनल एसपी

वीओ - मामले की जांच में जुटी टीम ने एसआईएस कंपनी के अधिकारियों से पूछताछ की तो पता चला कि एटीएम में विजय जिनवाल और अंकित सोलंकी रुपए डालने का काम करते हैं जब पुलिस ने डॉन की तलाश की तो दोनों फरार मिले जिसकी तलाश में जुटी पुलिस ने विजय जिनवाल को शहर छोड़कर जाते समय धर दबोचा और उसके पास से साढ़े पांच लाख रुपये बरामद कर लिया पूछताछ में विजय ने कबूला कि उन्होंने केस एटीएम में डालने के स्थान पर अपने पास रख लिया और इस रुपए को उन्होंने ब्याज पर चला दिया वह पहले भी ऐसा करते रहे हैं और बाद में उनको वापस एटीएम में डाल देते थे

बाईट - डॉक्टर प्रशांत चौबे ,एडिशनल एसपी ,इंदौर


वीओ - आगे पूछताछ में पता चला कि चुराए गए 21 लाख 36 हजार रुपए विजय ने 10 लाख बाकी अंकित ने अपने पास रखे थे इन दोनों के पास शहर के 27 एटीएम में रुपए डालने की जवाबदारी थी ऐसे में आशंका है कि इन दोनों ने एटीएम में भी इसी तरह की धांधली की होगी एटीएम मशीन के बारे में पता चलने पर पुलिस ने पाया कि हर बार इसमें रुपए लोड करने से पहले हेड ऑफिस से एक ओटीपी जनरेट होता है उसके बाद ही कैसे खुलती है लेकिन यह दोनों ओटीपी लेने के बाद केस्ट्रेल देश प्रेमी कैस्टर में केस ट्रे में रुपए लोड नहीं करते और मैन्युअल रुपए की एंट्री सिस्टम में कर देते थे इन दोनों ने अपनी छोरी छुपाने के लिए एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरा और एटीएम में लगे कैमरों में छेड़छाड़ की है।

बाईट - डॉक्टर प्रशांत चौबे ,एडिशनल एसपी , इंदौर


Conclusion:वीओ - बड़ी बात यह है कि आरोपी विजय पहले भी एटीएम से रुपए चोरी करने के आरोप में पकड़ा जा चुका है इसके बावजूद कंपनी ने उसे वापस काम पर रख लिया इससे आशंका जताई जा रही है कि कंपनी के आला अधिकारी भी इसमें मिले हुए हैं वही हैरान करने वाली जानकारी यह है कि इन एटीएम को पांच अलग-अलग एजेंसी संचालित करती है इस वजह से इन की मॉनिटरिंग करना किसी के लिए संभव भी नहीं था
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.