इंदौर। मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रदेश सरकार तीन शहरों में 1 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है. इंदौर शहर में भी लॉक डाउन को लेकर दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. इंदौर रेलवे स्टेशन पर वर्तमान में संक्रमण को देखते हुए एहतियाद बरती जा रही है. रेल में यात्रा करने वाले यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ-साथ मास्क लगाने की भी अपील की जा रही है.
इंदौर रेलवे स्टेशन पर लगातार कोरोना संक्रमण को देखते हुए सख्ती बरती जा रही है. इंदौर से देश के अलग-अलग हिस्सों के लिए ट्रेन संचालित की जा रही है. खासकर महाराष्ट्र से आने और महाराष्ट्र की ओर जाने वाली ट्रेनों को लेकर विशेष तौर पर एहतियात बरती जा रही है. वर्तमान में महाराष्ट्र से आने वाली ट्रेनों के यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है. इंदौर पहुंचने वाली ट्रेनों के यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग के साथ-साथ सामान की भी जांच की जा रही है.
महाराष्ट्र की ओर आने और जाने वाली बसों को किया गया है बंद
वर्तमान में इंदौर से महाराष्ट्र की ओर जाने वाली और महाराष्ट्र से आने वाली बस परिवहन सेवाओं को बंद किया गया है. सरकार के आदेश पर यह सेवाएं बंद की गई है. सेवाएं 31 मार्च तक बंद की गई है. बसों के परिवहन के बंद किए जाने के चलते अब आने वाले दिनों में ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है. हालांकि रेलवे प्रबंधन के अधिकारियों की माने तो इंदौर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या बढ़ने पर कई एतिहातन कदम उठाए जाएंगे.
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मुख्य प्रवेश द्वार पर की जा रही है यात्रियों की जांच
रेलवे स्टेशन परिसर के मुख्य द्वार पर यात्रियों के प्रवेश से पहले उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है. वहीं स्टेशन परिसर में मौजूद लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य किया गया है. साथ ही रेलवे के अनाउंसमेंट सिस्टम के माध्यम से लोगों को कोरोना का पालन करने की भी हिदायत दी जा रही है. वर्तमान में इंदौर रेलवे स्टेशन पर हालात सामान्य नजर आए.
स्टेशन पर नहीं दिखी भीड़
ईटीवी भारत द्वारा जब इंदौर रेलवे स्टेशन का जायजा लिया गया तो स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक एक पर भीड़ नजर नहीं आई. जो यात्री यात्रा करने के लिए स्टेशन पर पहुंचे थे. वह भी दूरी पर नजर आए. हालांकि कुछ यात्रियों द्वारा परिसर में बैठने की जगह पर मास्क नहीं लगाए हुए थे. जिन्हें रेलवे अधिकारियों द्वारा हिदायत दी जा रही थी. वहीं आने वाले दिनों में यह भी देखना होगा कि जब बसों के बंद होने के कारण यात्रियों की संख्या बढ़ती है तो स्टेशन परिसर में किस तरह के ऐतिहातन कदम उठाए जाते हैं.