इंदौर। बीते कुछ महीनों तक 2 से 10 रुपए तक प्रति किलो बिकने वाली प्याज दीपावली तक एक बार फिर घरेलू उपभोक्ताओं की आंखों में आंसू ला सकते हैं. प्याज उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में हुई भारी बारिश के कारण देश के सभी राज्यों में प्याज की आपूर्ति बाधित हो गई है. महाराष्ट्र में भी यही हालात है. ऐसे में देश के सभी हिस्सों में प्याज के दाम 70 से 80 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं. फुटकर दामों को लेकर स्थिति यह है, कि दीपावली तक कई राज्यों में प्याज की कीमतें एक बार फिर 100 रुपए प्रति किलो तक पहुंच सकती है. हालांकि, व्यापारियों को उम्मीद है, कि दशहरे के बाद तक प्याज की मांग के अनुरूप आपूर्ति सामान्य हो जाएगी.
इस बार प्याज के दामों में तेजी की वजह तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में हुई भारी बारिश है, जिसके कारण प्याज की नई उपज की आवक मंडियों में नहीं हो पा रही है. इसके अलावा प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र के अकोला, अमरावती, सांगली, कोल्हापुर में भी बारिश के कारण नई प्याज मंडियों तक नहीं पहुंच पाई है. इन हालातों में देश की तमाम मंडियों तक प्याज की आपूर्ति नहीं होने के कारण प्याज के दामों में देशभर में तेजी देखी जा रही है.
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वहीं असम के गुवाहाटी समेत पूर्वोत्तर राज्यों में नवरात्र के दौरान प्याज की आपूर्ति हो रही है. इन हालातों में वहां के स्थानीय व्यापारी 10 से 15 रुपए प्रति किलो के मार्जिन के साथ प्याज फिलहाल 70 से 80 रुपए किलो बेच रहे हैं. इसके अलावा जिन राज्यों और शहरों में अभी भी प्याज की सामान्य आपूर्ति नहीं है, वहां दीपावली तक इनकी कीमतें फुटकर बाजार में 100 रुपए प्रति किलो तक पहुंचने की आशंका है.
फिलहाल इंदौर की चोइथराम मंडी में रोजाना 70 से 80 हजार बोरी प्याज पहुंच रही है, जिसे खरीदने के लिए पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली आदि इलाकों के व्यापारी पहुंच रहे हैं. ऐसे में मध्य प्रदेश के जिन किसानों ने अपनी उपज नहीं बेची थी, वह अब मंडियों में अपनी-अपनी उपज बेचने पहुंच रहे हैं, जो प्याज के वर्तमान दामों से संतुष्ट नजर आ रहे हैं.