इंदौर। मध्यप्रदेश सरकार प्रवासी मजदूरों का ध्यान रखने के साथ ही सहायता राशि देने की भी घोषणा की है, इस बीच रविवार को इंदौर में एक प्रवासी मजदूर की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि तेज धूप में बुखार से पीड़ित मजदूर की मौत अस्पताल ले जाने के पहले ही हो गई. पूरा मामला राऊ थाना क्षेत्र का है, जहां गोल चौराहे के पहले पिग्डम्बर से ही मजदूर की तबीयत बिगड़ने लगी थी. जिसके बाद राऊ में रुके ट्राले से उतारकर समाजसेवियों व अन्य लोगों की मदद से मिनेश हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था, तभी उसकी मौत हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने मजदूर के परिजनों को मौत की सूचना दी और ये भी बताया कि उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है.
![Laborer died of high fever in IndoreLaborer died of high fever in Indore](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/7241979_555_7241979_1589776283443.png)
मृतक मजदूर का नाम नंदकिशोर प्रसाद है. जोकि ट्राले में बैठकर अन्य मजदूरों के साथ मुम्बई से बिहार के राजपुर पकरी जा रहा था और रास्ते में उसकी मौत हो गई. ट्रक में मृतक के अलावा कई और मजदूर सफर कर रहे थे, जिनकी कोविड जांच होने के बाद ही कोरोना संक्रमण का खुलासा हो पायेगा. मौके पर पहुंचे तहसीलदार मोहम्मद सिराज ने बताया कि मृतक मजदूर के परिजनों को जानकारी दे दी गई है और उसका अंतिम संस्कार भी इंदौर में समाजसेवियों और राऊ परिषद के लोगों ने कर दिया है.
इधर, राऊ नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष शिव डिंगु ने बताया कि प्रशासन की अनुमति के बाद मजदूर के शव का अंतिम संस्कार किया गया, बीते कई दिनों से प्रवासी मजदूरों को लेकर इंदौर सहित समूचे प्रदेश की प्रशंसा देश भर में हो रही है, पर अब लाखों प्रवासी मजदूरों के स्वास्थ्य को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं.