इंदौर। शहर में कोरोना मरीजों को लगने वाले इंजेक्शन की जमकर कालाबाजारी हो रही है. वहीं अब इसके अलावा टोसिलिजुमेब इंजेक्शन की भी कालाबाजारी हो रही है. इंदौर की विजयनगर पुलिस ने सोशल मीडिया की मदद से पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.
40 हजार में बेच रहा था
विजय नगर पुलिस ने इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के मामले में सुरेश सिंह यादव को गिरफ्तार किया है आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने सोशल मीडिया पर इंदौर स्मार्ट सिटी नाम से एक ग्रुप बनाया था. इस ग्रुप के माध्यम से वह टोसिलीजुमेब इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहा था. वहीं पकड़े गए आरोपी ने यह भी बताया कि टोसिलिजुमेब इंजेक्शन की काफी डिमांड है और बाजार में उसका मूल्य 40 हजार रुपए है. लेकिन जिस तरह से उसकी अभी डिमांड बनी हुई है तो उसने इसकी कालाबाजारी करने की सोची और इसको देखते हुए टोसिलिजुमेब इंजेक्शन के नाम पर पानी भर कर बेच देता और इसके लिए ढाई लाख तक वसूल रहा था.
रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाला हार्डवेयर व्यापारी अरेस्ट
सोशल मीडिया की मदद से पुलिस गिरफ्त में आरोपी
पुलिस को यह जानकारी लगी थी कि आरोपी सिर्फ महिलाओं को ही इंजेक्शन उपलब्ध करवा रहा है. पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए एक योजना बनाई, जिसके चलते सब इंस्पेक्टर से थाना प्रभारी ने इंजेक्शन की डिमांड से संबंधित एक मैसेज सोशल मीडिया के माध्यम से इंदौर स्मार्ट सिटी ग्रुप पर डलवाया और इसके बाद सुरेश यादव ने सब इंस्पेक्टर से संपर्क किया, इसके बाद इंस्पेक्टर और आरोपी में इंजेक्शन को लेकर सौदा तय हो गया. साथ ही कहा कि जो भी रुपए तुम लेकर आओगे वह राशन की थैलियों में लेकर आना इससे पुलिस को शक नहीं होगा, इसके बाद तय समय अनुसार आरोपी सब इंस्पेक्टर को इंजेक्शन देने के लिए पहुंचा और उसी समय पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
इंदौर शहर में लगातार कोरोना संक्रमितों मरीजों को लगने वाले इंजेक्शन चाहे वह रेमडेसिविर की बात हो या फिर टोसिलिजुमेब की बात हो, इनकी जमकर डिमांड है और इन इंजेक्शन की डिमांड के चलते ही लगातार इनकी कालाबाजारी भी हो रही है फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस ने आरोपी सुरेश को गिरफ्तार कर लिया है.